Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ओपनिंग मैच शुरु होने से पाकिस्तान के कराची में स्थित नेशनल स्टेडियम में भारतीय झंडा दिखाई दिया. इससे पहले पाकिस्तान के स्टेडियम में भारत के तिरंगा नहीं लगाने को लेकर विवाद भी उठा था. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी में भाग ले रहे 8 देशों में 7 के झंडे लगाए थे लेकिन भारत का तिरंगा झंडा नहीं था. इसके बाद सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर खूब विवाद मचा था. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अब कराची के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत का तिरंगा झंडा देखा गया है. आज चैंपियंस ट्रॉफी का ओपनिंग मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा.
PCB की गलती और विवाद की शुरुआत
कुछ दिन पहले, जब पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन की तैयारियां चल रही थीं, तब एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में गद्दाफी स्टेडियम की छत पर सभी देशों के ध्वज लहराते हुए दिख रहे थे, लेकिन भारत का झंडा नदारद था. यह दृश्य सोशल मीडिया पर आते ही चर्चाओं का विषय बन गया और फैंस ने इस पर सवाल उठाए.
पीसीबी और बीसीसीआई के बीच पिछले कुछ महीनों से विवाद चल रहा था, खासकर भारत के पाकिस्तान दौरे को लेकर. भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान में खेलने के लिए भारतीय सरकार से अनुमति नहीं मिली थी, जिसके बाद बीसीसीआई ने स्पष्ट किया कि वह पाकिस्तान नहीं जा पाएगी. इस पर आईसीसी ने बीसीसीआई का समर्थन किया, जबकि पीसीबी ने इसे लेकर गुस्से में प्रतिक्रिया दी और चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर पाकिस्तान ने "हाइब्रिड मॉडल" अपनाया. इसके तहत भारत के मैच दुबई में खेले जाने थे, जबकि अन्य मैच पाकिस्तान में होते.
पीसीबी का बयान: भारतीय झंडे की गैरमौजूदगी पर सफाई
जब वीडियो वायरल हुआ और विवाद बढ़ा, तो पीसीबी ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी. पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा, "आईसीसी ने निर्देश दिए थे कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मैचों के दौरान केवल चार झंडे ही लगाए जाएंगे - आईसीसी (इवेंट अथॉरिटी), पीसीबी (इवेंट होस्ट), और उस दिन खेलने वाली दोनों टीमों के झंडे. यह बिल्कुल स्पष्ट था."
भारत का झंडा दिखाई देना
विवाद के बाद, 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच के दिन, यानी बुधवार को, कराची के नेशनल स्टेडियम में भारतीय झंडा भी लहराया. यह झंडा उस दिन पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच से पहले लगा था, जिससे विवाद को खत्म करने की कोशिश की गई.