भारतीय क्रिकेट एक दिलचस्प दौर से गुज़र रहा है. दिग्गज खिलाड़ी बाहर जा रहे हैं और नई पीढ़ी उनकी जगह ले रही है. विराट कोहली और रोहित शर्मा जिन्होंने पिछले डेढ़ दशक से बल्लेबाज़ी को संभाला है ने पिछले साल टी20 से संन्यास की घोषणा की और अब टेस्ट से दूर जाने का फैसला किया है. अब केवल एकदिवसीय मैच ही दोनों टीम इंडिया की जर्सी में नजर आएंगे. अब से लेकर 2027 के विश्व कप के बीच अभी भी एक अच्छा खासा वनडे मैच बचा हुआ है, ऐसे में संभावना है कि कोहली और रोहित दोनों ही अपने शानदार करियर का अंत ICC की एकमात्र सीमित ओवरों की ट्रॉफी के साथ करना चाहते हैं.
हालांकि, यहां एक पेंच है. विश्व कप में अभी दो साल से ज़्यादा का समय है और तब तक रोहित 40 साल के हो चुके होंगे जबकि कोहली उस आंकड़े को छू चुके होंगे. हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि दोनों ही आगे बढ़ने के लिए उत्सुक होंगे, लेकिन टीम प्रबंधन विश्व कप के मिशन को अलग तरह से देख सकता है. कोहली के लिए चीजें बहुत बेहतर दिखती हैं क्योंकि वह तुलनात्मक रूप से बहुत ज़्यादा फिट हैं और उनकी बल्लेबाजी का तरीका भी ठीक है. रोहित के साथ, हाल ही में यह थोड़ा हिट और मिस रहा है.
वनडे में रोहित की कप्तानी पर संकट
दो साल पहले रोहित ने 2023 विश्व कप के दौरान इस बेपरवाह बल्लेबाजी शैली को अपनाया था, जो काफी हद तक उनके लिए कारगर साबित हो रहा है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि रोहित अब दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ICC टूर्नामेंट के दौरान कप्तान नहीं रहेंगे, ऐसे में रोहित के लिए यह काम और भी मुश्किल हो गया है. आमतौर पर भारतीय क्रिकेट में ऐसा होता है कि यह एक उत्तराधिकारी को तैयार करता है. उदाहरण के लिए, एमएस धोनी जानते थे कि 2019 विश्व कप के बाद उनके लिए काम करना मुश्किल होगा और इसलिए विराट कोहली को 2017 में भारत का वनडे कप्तान नियुक्त किया गया. इसी तरह 2027 विश्व कप रोहित के अंतिम विश्व कप होने की संभावना है, इसलिए उनके कप्तान बनने की संभावना कम है.
पहली बार भारतीय क्रिकेट स्प्लिट कैप्टनसी के सिद्धांत पर काम कर रहा है. रोहित वनडे में भारत की कप्तानी कर रहे हैं, जबकि सूर्यकुमार यादव वनडे टीम की कमान संभाल रहे हैं और नए कप्तान शुभमन गिल अगले 11 दिनों में अपनी यात्रा शुरू करेंगे. लेकिन यह स्थिति बहुत लंबे समय तक नहीं रह सकती.
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रोहित ने नहीं लिया संन्यास
बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि सच कहूं तो हममें से बहुतों को लगा था कि रोहित चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे. रोहित और चयनकर्ताओं के बीच उनके वनडे भविष्य को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. रोहित ने फाइनल जीतने के बाद कहा था कि मैं इस प्रारूप से संन्यास नहीं लेने जा रहा हूं. बस यह सुनिश्चित करना है कि आगे कोई अफवाह न फैले.