IPL का मैच देखना होगा महंगा, नया GST सिस्टम आपकी जेब में लगाएगा सेंध, पढ़ें पूरी डिटेल्स

IPL Tickets GST: भारत सरकार 22 सितंबर से नया GST स्लैब लागू करने वाली है. ऐसे में सरकार के इस फैसले से आईपीएल मैचों के टिकट महंगे होने वाले हैं और इसका असर आपकी जेब पर पड़ सकता है.

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Praveen Kumar Mishra

IPL Tickets GST: 22 सितंबर 2025 से लागू होने वाले नए जीएसटी नियमों ने आईपीएल के दीवानों के लिए क्रिकेट स्टेडियम में जाकर मैच देखना और महंगा कर दिया है. अब आईपीएल टिकटों पर 28% की जगह 40% जीएसटी लगेगा. इस बदलाव ने आईपीएल टिकटों को कैसीनो, रेस क्लब और लग्जरी सामानों के साथ सबसे ऊंचे जीएसटी स्लैब में ला खड़ा किया है. 

इसका मतलब है कि अब क्रिकेट प्रेमियों को अपनी जेब और ढीली करनी पड़ेगी. पहले 28% जीएसटी के साथ एक 1,000 रुपये का टिकट 1,280 रुपये में पड़ता था. अब 40% जीएसटी के साथ वही टिकट 1,400 रुपये का हो जाएगा. यानी हर 1,000 रुपये के टिकट पर आपको 120 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे. यह बढ़ोतरी सिर्फ आईपीएल या अन्य बड़े खेल आयोजनों के टिकटों पर लागू होगी. सामान्य क्रिकेट मैचों के टिकटों पर अभी भी 18% जीएसटी ही लगेगा.

टिकटों की कीमत पर इस तरह से पड़ेगा असर

500 रूपए का टिकट- पहले 640 रुपये, अब 700 रुपये (60 रुपये की बढ़ोतरी)
1,000 रुपये का टिकट- पहले 1,280 रुपये, अब 1,400 रुपये (120 रुपये की बढ़ोतरी)
2,000 रुपये का टिकट- पहले 2,560 रुपये, अब 2,800 रुपये (240 रुपये की बढ़ोतरी)

क्यों बढ़ा जीएसटी?

जीएसटी काउंसिल ने इस बदलाव को राजस्व बढ़ाने और कर प्रणाली को और व्यवस्थित करने के लिए किया है. नए नियमों के तहत आईपीएल जैसे बड़े कमर्शियल टूर्नामेंट्स को 'लग्जरी' या गैर-जरूरी सेवाओं की श्रेणी में रखा गया है, जैसे कि सट्टेबाजी, कैसीनो या तंबाकू उत्पाद. इस वजह से इन टिकटों पर अब ज्यादा टैक्स लगेगा. यह बदलाव खेल मनोरंजन को देखने के तरीके को भी बदल देता है, क्योंकि अब स्टेडियम में क्रिकेट देखना एक महंगे शौक जैसा हो गया है.

क्रिकेट फैंस पर क्या होगा असर?

आईपीएल भारत में सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि एक उत्सव है. लाखों लोग अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को स्टेडियम में देखने के लिए उत्साहित रहते हैं. लेकिन टिकटों की कीमत में यह बढ़ोतरी फैंस के उत्साह पर असर डाल सकती है. खासकर उन लोगों के लिए जो कम बजट में मैच देखने की योजना बनाते हैं. इसके अलावा, स्टेडियम में खाने-पीने की चीजों, पार्किंग और ऑनलाइन बुकिंग फीस जैसे अतिरिक्त खर्चे भी इस बोझ को और बढ़ाएंगे.

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