Winter Baby Health Care: सर्दी का मौसम उत्तर भारत में दस्तक दे चुका है. इस मौसम में कई बीमारियों लेकर आता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए. बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिससे वे ठंडी हवाओं के कारण जल्दी बीमार पड़ सकते हैं. ऐसे में नए माता-पिता के लिए यह 5 आसान टिप्स बच्चों की सेहत का ख्याल रखने में मददगार साबित हो सकती हैं.
रॉड हीटर और ब्लोअर बच्चों के कमरे में इस्तेमाल करना नुकसानदेह हो सकता है. ये कमरे की नमी को सोख लेते हैं, जिससे बच्चों को डिहाइड्रेशन और नाक बंद होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके बजाय, ऑइल हीटर का इस्तेमाल करें, जो कमरे में नमी को बनाए रखता है और बच्चों को सांस लेने में आसानी होती है.
सर्दियों में बच्चों को बहुत ज्यादा कपड़े पहनाना भी गलत हो सकता है. बच्चों को एक लेयर ज्यादा पहनाना बेहतर है, ताकि जरूरत पड़ने पर कपड़े उतारे जा सकें. इसके साथ ही, ऊनी टोपियां, मोजे और दस्ताने पहनाना न भूलें, क्योंकि शरीर से सबसे ज्यादा गर्मी सिर, हाथ और पैरों से निकलती है.
सर्दियों में बच्चों को अक्सर जुकाम, खांसी और नाक बंद होने की समस्याएं होती हैं. अगर बच्चे की नाक बंद हो और उसे सांस लेने में परेशानी हो, तो नाक की ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें. ये नाक की ब्लॉकेज को खोलने में मदद करती हैं. अगर बच्चों को खांसी और सर्दी ज्यादा हो रही हो, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
सर्दियों में बच्चों की इम्यूनिटी के लिए धूप बहुत जरूरी है. सूरज की रौशनी से बच्चों को विटामिन D मिलता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. बच्चों को हर दिन 15-20 मिनट धूप में बैठने की आदत डालें, जिससे उनका शरीर गर्म रहता है और बीमारियों का खतरा कम होता है.
सर्दी में बच्चों के शरीर की त्वचा सूखी हो सकती है और तेल से मसाज करने से त्वचा नमी बनाए रखती है. नारियल या बादाम के तेल से बच्चों की मसाज करें. ध्यान रखें कि बच्चों को कभी भी रिफाइंड तेल से मसाज न करें.