हम कई चीजें ऐसी हैं जो कि अपने दादा-दादी और नाना-नानी से सुनते आ रहे हैं और उसी को अपनाते आ रहे हैं. आपने अक्सर देखा होगा कि जब आपकी आंखें फड़फड़ाती हैं तो कहा जाता है कि ये काफी शुभ है. हालांकि, अगर आपकी सीधी आंख फड़फड़ाई इसका मतलब इसका कुछ अच्छा होना होता है लेकिन अगर आपकी उल्टी(बायीं) आंख फड़फड़ा रही हैं तो इसका मतलब कुछ अशुभ संकेत होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आंखों का फड़फड़ाना हमारे स्वास्थ्य से जुड़ा होता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, आंखों के फड़कने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें विटामिन की कमी भी शामिल है. इस स्थिति को मेडिकल भाषा में मायोकेमिया भी कहा जाता है.
1. नींद की कमी: नींद पूरी न होने पर आंखें फड़क सकती हैं। अक्सर यह समस्या थोड़े समय में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह लंबे समय तक बनी रह सकती है।
2. तनाव और मानसिक दबाव: स्ट्रेस भी आंखों के फड़कने का एक बड़ा कारण है।
3. आंखों पर जोर: लंबे समय तक स्क्रीन पर देखने से या छोटी फॉन्ट्स पढ़ने से आंखों पर दबाव पड़ता है, जो फड़कने का कारण बन सकता है।
4. कैफीन का अधिक सेवन: अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन भी आंखों के फड़कने में योगदान कर सकता है।
5. विटामिन बी 12 की कमी: विटामिन बी 12 की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें आंखों का फड़कना भी शामिल है। यह विटामिन हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
आंखों के फड़कने से बचने के उपाय
इन उपायों को अपनाकर आप आंखों के फड़कने की समस्या से बच सकते हैं. अगर समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है.