menu-icon
India Daily

'बस रोज एक क्वॉर्टर ही पीता हूं', वायरल हुआ लिवर डॉक्टर का पोस्ट, जानें क्या हुआ खुलासा?

इंदौर के लिवर स्पेशलिस्ट का एक वायरल वीडियो शराब पीने की आदतों पर नई बहस छेड़ रहा है. डॉक्टर ने बताया कि रोजाना एक क्वॉर्टर शराब भी गंभीर लिवर डैमेज का कारण बन सकती है.

Kanhaiya Kumar Jha
'बस रोज एक क्वॉर्टर ही पीता हूं', वायरल हुआ लिवर डॉक्टर का पोस्ट, जानें क्या हुआ खुलासा?
Courtesy: Gemini AI

नई दिल्ली: शराब लिवर को नुकसान पहुंचाती है, यह बात मेडिकल साइंस बार-बार साबित कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद लोग इसे छोड़ नहीं पाते. कभी खुशी का जश्न तो कभी तनाव का बहाना देकर शराब पी जाती है. इंदौर के एक लिवर स्पेशलिस्ट के पास पहुंचे एक मरीज की कहानी ने इस सच्चाई को फिर सामने ला दिया. डॉक्टर और मरीज के बीच हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और लाखों लोग इसे देख चुके हैं.

इंदौर के लिवर स्पेशलिस्ट डॉक्टर विनीत गौतम के पास पहुंचे मरीज ने बताया कि वह रोजाना एक क्वॉर्टर शराब पीता था. यह सुनकर डॉक्टर हैरान रह गए. डॉक्टर ने समझाया कि रोज 190 एमएल शराब लेना हल्की नहीं बल्कि हैवी अल्कोहल कैटेगरी में आता है. वीडियो में डॉक्टर साफ कहते हैं कि लोग इसे कम समझते हैं, जबकि यह लिवर के लिए बेहद खतरनाक मात्रा है.

एक हफ्ते की अधिकतम सीमा क्या है?

डॉक्टर विनीत गौतम ने वीडियो में बताया कि शराब की कोई भी मात्रा पूरी तरह सुरक्षित नहीं होती. हालांकि नुकसान कम करने की बात करें तो पूरे हफ्ते में अधिकतम 240 एमएल शराब ही ली जानी चाहिए. इसका मतलब यह हुआ कि अगर कोई व्यक्ति रोज एक क्वॉर्टर पी रहा है, तो वह सुरक्षित सीमा से करीब छह गुना ज्यादा शराब ले रहा है. डॉक्टर ने इसे गंभीर चेतावनी बताया.

मरीज की हालत और जांच

डॉक्टर ने मरीज से पूछा कि क्या उसने हाल के दिनों में शराब छोड़ी है. मरीज ने बताया कि तकलीफ बढ़ने पर उसने अचानक शराब बंद कर दी. जांच में सामने आया कि उसके लिवर में पहले से दिक्कतें थीं. डॉक्टर ने उसे आगे की जांच के लिए रेफर किया. डॉक्टर के मुताबिक कई मामलों में उन्होंने देखा है कि शराब से लिवर 80 से 90 फीसदी तक खराब हो चुका होता है.

शराब लिवर को कैसे नुकसान पहुंचाती है

लगातार शराब पीने से लिवर में फैट जमा होने लगता है, जिसे फैटी लिवर कहा जाता है. इसके बाद सूजन की स्थिति आती है, जिसे अल्कोहल हेपेटाइटिस कहते हैं. अगर समय रहते शराब नहीं छोड़ी गई तो यह स्थिति लिवर सिरोसिस में बदल सकती है. सिरोसिस में लिवर का डैमेज स्थायी हो जाता है और जान का खतरा भी बढ़ जाता है.

डॉक्टर की सबसे अहम सलाह

डॉक्टर विनीत गौतम का कहना है कि फैटी लिवर का पता चलते ही शराब पूरी तरह छोड़ देना सबसे सही कदम है. दवाओं से ज्यादा असर जीवनशैली बदलने से पड़ता है. सही खानपान, नियमित जांच और शराब से दूरी ही लिवर को बचा सकती है. डॉक्टर का वायरल वीडियो इसी चेतावनी को सरल भाषा में लोगों तक पहुंचाने की कोशिश है.