What is Déjà Vu: क्या आपने कभी सोचा है कि भविष्य देखने की क्षमता किसी बीमारी का लक्षण हो सकती है? यह सुनने में अजीब लग सकता है.
लेकिन चिकित्सा जगत में ऐसे दुर्लभ मामलों का जिक्र मिलता है, जहां कुछ लोग भविष्य की घटनाओं का अनुभव करने का दावा करते हैं. यह अनुभव असल में एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का परिणाम हो सकता है.
इस स्थिति को डेजा वू (Déjà vu) या उससे जुड़ी स्थितियों से समझा जा सकता है. यह घटना तब होती है, जब मस्तिष्क की इलेक्ट्रिकल गतिविधियों में गड़बड़ी होती है, खासकर टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी (Temporal Lobe Epilepsy) के मामलों में. यह मस्तिष्क का वह हिस्सा है, जो यादों और भावनाओं से संबंधित है.
यह मस्तिष्क में इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स की असामान्य गतिविधि के कारण होता है. इसके मरीजों को कभी-कभी ऐसा महसूस होता है कि जो घटना हो रही है, वह पहले भी घट चुकी है. इस अनुभव को वे भविष्यद्रष्टा होने की भावना से जोड़ सकते हैं. यह एक भ्रम है, जो मस्तिष्क की गलत संकेतों के कारण पैदा होता है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह स्थिति मस्तिष्क में यादों को संसाधित करने के दौरान असंतुलन के कारण होती है. जब मस्तिष्क कोई नई जानकारी प्राप्त करता है, तो कभी-कभी यह उसे पहले से रिकॉर्ड की गई यादों से जोड़ने में गलती कर देता है. इस प्रक्रिया के दौरान व्यक्ति को ऐसा महसूस हो सकता है कि वह पहले ही इस स्थिति का अनुभव कर चुका है या भविष्य देख सकता है.
भविष्य देखने का दावा करने वाले लोग आमतौर पर इसे किसी अलौकिक शक्ति से जोड़ते हैं, लेकिन चिकित्सा और विज्ञान इसे मस्तिष्क की गड़बड़ी मानते हैं. हालांकि, इस स्थिति के अनुभवों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अगर किसी को बार-बार ऐसा महसूस हो रहा हो, तो यह किसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या का संकेत हो सकता है.
अगर आपको बार-बार ऐसा अनुभव हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें. न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श लें और आवश्यक जांच कराएं. टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी का इलाज दवाओं और सही चिकित्सकीय देखरेख से संभव है.
भविष्य देखने का भ्रम भले ही रोचक लगता हो, लेकिन यह गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या का लक्षण हो सकता है. सही समय पर इलाज कराने से आप इस स्थिति को नियंत्रित कर सकते हैं.