टेस्ट के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए वरदान है 'चटनी', आज ही जान लें इसे खाने के फायदे
चटनी इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी कमाल की है. नींबू और धनिया में विटामिन सी भरपूर होता है, जो सर्दी-खांसी और संक्रमण से बचाता है. लहसुन वाली चटनी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को वायरस से लड़ने की ताकत देते हैं. सर्दियों में अदरक-लहसुन की चटनी खाने से मौसमी बीमारियां दूर रहती हैं.
चटनी सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने वाली चीज नहीं है, बल्कि यह सेहत के लिए भी एक वरदान साबित होती है. भारतीय थाली में दाल-चावल, इडली-डोसा, पराठा या समोसे के साथ परोसी जाने वाली चटनी में ताजी जड़ी-बूटियां और मसाले होते हैं, जो शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं. पुदीना, धनिया, नारियल, लहसुन, अदरक और नींबू जैसी सामग्रियां चटनी को पौष्टिक बनाती हैं.
आज हम बताएंगे कि नियमित रूप से चटनी खाने से क्या-क्या लाभ मिलते हैं. सबसे बड़ा फायदा पाचन का है. हरी चटनी में पुदीना और धनिया की पत्तियां होती हैं, जो पेट को ठंडक देती हैं और अपच, गैस, कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करती हैं. अदरक और जीरा मिलाने से पाचन तंत्र और मजबूत होता है. अगर आपको भोजन के बाद भारीपन महसूस होता है, तो चटनी जरूर खाएं – यह खाने को जल्दी हजम करने में मदद करती है.
टेस्ट के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए वरदान है 'चटनी'
चटनी इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी कमाल की है. नींबू और धनिया में विटामिन सी भरपूर होता है, जो सर्दी-खांसी और संक्रमण से बचाता है. लहसुन वाली चटनी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को वायरस से लड़ने की ताकत देते हैं. सर्दियों में अदरक-लहसुन की चटनी खाने से मौसमी बीमारियां दूर रहती हैं. वजन कंट्रोल करने वालों के लिए भी चटनी अच्छी है. इसमें कैलोरी कम होती है और फाइबर ज्यादा, जो भूख को कंट्रोल करता है.
मिलते हैं अनगिनत फायदे
नारियल चटनी में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाते हैं. पुदीना चटनी एसिडिटी और ब्लोटिंग कम करती है, जिससे पेट हल्का रहता है. डायबिटीज के मरीजों को हरी चटनी फायदा पहुंचाती है. धनिया ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखता है और इंसुलिन को बेहतर बनाता है. लहसुन चटनी कोलेस्ट्रॉल कम करने और दिल की सेहत सुधारने में मदद करती है.
त्वचा और बालों के लिए भी चटनी अच्छी है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स मुंहासे कम करते हैं और स्किन को ग्लो देते हैं. आयरन से भरपूर होने से एनीमिया की समस्या दूर होती है. भारत में कई तरह की चटनियां बनती हैं – पुदीना-धनिया की हरी चटनी, नारियल की सफेद चटनी, टमाटर की लाल चटनी, लहसुन की तीखी चटनी. घर पर ताजी सामग्री से बनाई चटनी सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है.