menu-icon
India Daily

महिला ने बिना जिम या क्रैश डाइट के घर पर 18 किलो वजन घटाया, जानें कैसे?

आर्या अरोड़ा नाम की एक महिला ने बिना जिम जाए और बिना किसी क्रैश डाइट के घर पर रहते हुए 18 किलो वजन घटाया है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर 7 आसान टिप्स साझा किए, जिनकी मदद से उन्होंने न सिर्फ वजन कम किया बल्कि अपनी सेहत और मानसिक स्थिति को भी बेहतर किया. उनका फोकस छोटे लेकिन स्थायी बदलावों पर रहा, जिससे नतीजे धीरे-धीरे लेकिन स्थायी रूप से मिले.

auth-image
Edited By: Kuldeep Sharma
aarya
Courtesy: web

आज के दौर में जहां हर कोई तेजी से वजन घटाने के लिए क्रैश डाइट और महंगे फिटनेस प्लान्स का सहारा ले रहा है, वहीं आर्या अरोड़ा ने एक अलग राह चुनी. उन्होंने सबको ये दिखा दिया कि बिना महंगे जिम, सप्लीमेंट्स या टफ डाइट के भी वजन कम किया जा सकता है. बस थोड़ी समझदारी और अनुशासन की जरूरत है. आर्या ने अपने जून 17 के इंस्टाग्राम पोस्ट में उन 7 आसान तरीकों को साझा किया, जो उन्होंने खुद अपनाए और 18 किलो वजन घटाने में सफल रहीं.

आर्या का पहला कदम था अपने शरीर को समझना. उन्होंने वजन घटाने से पहले अपना BMR और कैलोरी जरूरतें जानने पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा कि सही शुरुआत यही है. इससे आप अनावश्यक रूप से भूखा रहने के बजाय सही कैलोरी डेफिसिट में रह सकते हैं.

खाने से परहेज़ नहीं, संतुलन ज़रूरी

आर्या ने किसी भी फूड ग्रुप को पूरी तरह हटाया नहीं, बल्कि उन्हें संतुलित किया. उनका रोज़ाना खाने का फार्मूला 40% प्रोटीन, 30% फाइबर, 20% कार्ब्स और 10% हेल्दी फैट्स था. इस संतुलन से उनका पेट भरा रहता, एनर्जी बनी रहती और उन्होंने बिना भूखे रहे वजन घटाया.

सिर्फ कैलोरी बर्न नहीं बॉडी को टोन करना जरूरी

आर्या ने कहा कि सिर्फ वजन कम करना लक्ष्य नहीं होना चाहिए, बल्कि शरीर को टोन करना भी जरूरी है. उनके वर्कआउट शेड्यूल में हफ्ते में 4 दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, 2 दिन कार्डियो और रोज़ाना वॉक करना शामिल था. इससे उनका मेटाबॉलिज्म बेहतर हुआ और बॉडी शेप में आने लगी.

पानी, नींद और मानसिक सेहत

आर्या ने बताया कि 2–3 लीटर पानी प्रतिदिन पीना और 7–8 घंटे की नींद लेना उनके लिए बेहद फायदेमंद रहा. इससे उनकी डाइजेशन, एनर्जी और क्रेविंग्स में काफी सुधार आया. उन्होंने यह भी कहा कि वजन घटाने में मानसिक स्थिति भी अहम भूमिका निभाती है. उन्होंने नियमित रूप से जर्नलिंग की, मेडिटेशन किया और आभार प्रकट किया. इससे उनका मन शांत रहा और वे लगातार अपने लक्ष्य पर बनी रहीं.