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SSC ने दिव्यांग अभ्यर्थियों को दी बड़ी राहत, जारी किए नये दिशानिर्देश; जानें नियमों में क्या-क्या हुआ बदलाव

एसएससी ने दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए डिसएबिलिटी सर्टिफिकेट फॉर्मेट बदलते हुए अब केवल दो फॉर्म लागू किए हैं. ओन स्क्राइब सुविधा भी नए नियमों के साथ बहाल कर दी गई है.

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Edited By: Km Jaya
Disability certificate rules India daily
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए डिसएबिलिटी सर्टिफिकेट यानी विकलांगता प्रमाणपत्र से जुड़े नियमों में बड़े बदलाव किए हैं. एसएससी ने अब नए फॉर्मेट लागू किए हैं और साथ ही पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थियों के लिए 'ओन स्क्राइब' यानी स्वयं लेखक सुविधा को भी दोबारा शुरू कर दिया है. ये बदलाव दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग द्वारा जारी नई गाइडलाइंस के बाद किए गए हैं. 

आयोग का कहना है कि नए नियम लाखों अभ्यर्थियों की दस्तावेज प्रक्रिया को आसान बनाएंगे. नए सिस्टम में पहले इस्तेमाल होने वाले तीन फॉर्म की जगह अब केवल दो फॉर्म शामिल किए गए हैं. अब सिंगल डिसएबिलिटी वाले अभ्यर्थियों के लिए फॉर्म 5 और मल्टीपल डिसएबिलिटी वाले अभ्यर्थियों के लिए फॉर्म 6 इस्तेमाल किया जाएगा. ये दोनों फॉर्म पुराने फॉर्म 5, 6 और 7 की जगह अब सभी एसएससी परीक्षाओं में मान्य होंगे. 

कैसी होगी सत्यापन प्रक्रिया?

आयोग का कहना है कि इससे सत्यापन प्रक्रिया अधिक सरल और एक जैसी होगी. आधिकारिक नोटिस के अनुसार, वे अभ्यर्थी जिनकी परीक्षाओं का नोटिफिकेशन 16 अक्टूबर 2024 के बाद जारी हुआ है और जिनकी भर्ती प्रक्रिया अभी चल रही है, वे नए फॉर्मेट या पुराने फॉर्मेट दोनों में से किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

क्या है इसका उद्देश्य?

इस अंतरिम व्यवस्था का उद्देश्य उन अभ्यर्थियों को राहत देना है जिन्हें समय पर नया प्रमाण पत्र बनवाने में कठिनाई हो सकती थी. ओन स्क्राइब सुविधा को भी नए नियमों के साथ बहाल कर दिया गया है. यह सुविधा उन सभी परीक्षाओं के लिए लागू होगी जिनका नोटिफिकेशन 31 दिसंबर तक जारी हुआ है. दिव्यांगजन विभाग की ओर से आई स्पष्टता के बाद यह फैसला लिया गया है. 

किन नियमों का पालन होगा जरुरी?

अब अभ्यर्थी अपनी पसंद का स्क्राइब ला सकेंगे लेकिन इसके लिए कुछ नए नियमों का पालन करना जरूरी होगा. नए नियमों के तहत स्क्राइब की उम्र उस परीक्षा के स्तर के अनुरूप होनी चाहिए. मैट्रिक और इंटर स्तर की परीक्षाओं के लिए स्क्राइब की अधिकतम उम्र 20 वर्ष रखी गई है. वहीं ग्रेजुएट स्तर की परीक्षाओं के लिए यह उम्र सीमा 22 वर्ष होगी. 

कब तक खुली रहेगी विंडो?

सभी स्क्राइबों के लिए आधार आधारित सत्यापन अनिवार्य किया गया है. यदि परीक्षा केंद्र पर आधार सत्यापन नहीं हो पाता है तो अभ्यर्थी को आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए स्क्राइब को लेना होगा या बिना स्क्राइब परीक्षा देनी होगी. इसके अलावा आयोग ने जूनियर इंजीनियर और दिल्ली पुलिस व सीएपीएफ की एसआई परीक्षा के लिए स्लॉट चयन सुविधा भी शुरू कर दी है.

एसआई परीक्षा के लिए यह विंडो 21 नवंबर रात 11 बजे तक खुली रहेगी. एसएससी कैलेंडर के अनुसार जूनियर इंजीनियर परीक्षा 3 से 6 दिसंबर के बीच और एसआई परीक्षा 9 से 12 दिसंबर के बीच आयोजित की जाएगी.