Cyber Crime Internship 2025: गृह मंत्रालय (एमएचए) के अधीन कार्यरत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) ने साइबर अपराध में 2025 शीतकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम की घोषणा की है. इंटर्नशिप के लिए आवेदन आज समाप्त हो रहे हैं. साइबर सुरक्षा, साइबर अपराध जांच और डिजिटल फोरेंसिक में करियर तलाशने के इच्छुक छात्रों के लिए यह एक शानदार अवसर है.
यह कार्यक्रम छात्रों को आधुनिक कानून प्रवर्तन के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक, साइबर अपराध से निपटने का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का एक दुर्लभ अवसर प्रदान करता है. प्रतिभागी डोमेन विशेषज्ञों और सरकारी पेशेवरों के साथ मिलकर काम करेंगे और सीखेंगे कि साइबर खतरों का पता कैसे लगाया जाए, उनका विश्लेषण कैसे किया जाए और उन्हें कैसे रोका जाए.
गृह मंत्रालय की साइबर अपराध इंटर्नशिप से छात्रों को सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान करने का अवसर मिलेगा, साथ ही उन्हें ऐसे कौशल प्राप्त होंगे जो उनकी शैक्षणिक और व्यावसायिक प्रोफाइल को मजबूत करेंगे.
यह इंटर्नशिप विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी छात्रों के लिए खुली है.
योग्य विषयों में कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा एनालिटिक्स और संबंधित तकनीकी क्षेत्र शामिल हैं.
विधि, सामाजिक विज्ञान, पत्रकारिता, डिजाइन और प्रबंधन के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं, जिससे यह कार्यक्रम अंतर्विषयक प्रकृति का हो जाता है.
गृह मंत्रालय की साइबर अपराध इंटर्नशिप के लिए यह व्यापक पात्रता सुनिश्चित करती है कि तकनीकी, कानूनी और रचनात्मक क्षेत्रों के छात्र भारत के बढ़ते डिजिटल सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान दे सकें.
आवेदकों को i4c.mha.gov.in पर जाना होगा और इन चरणों का पालन करना होगा;
उम्मीदवारों को सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे, जिनकी शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया के दौरान समीक्षा की जाएगी. शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को आवेदन की अंतिम तिथि के 4-5 सप्ताह के भीतर सूचित कर दिया जाएगा.
साइबर अपराध में गृह मंत्रालय शीतकालीन इंटर्नशिप 2025 के लिए आधिकारिक अधिसूचना देखें
गृह मंत्रालय की साइबर अपराध I4C शीतकालीन इंटर्नशिप अवैतनिक है, और न तो I4C और न ही राज्य या केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस अधिकारी आवास उपलब्ध कराएंगे. हालांकि, कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रशिक्षुओं को उनके योगदान को मान्यता देते हुए I4C से एक प्रमाण पत्र प्राप्त होगा.
यह पहल छात्रों को साइबर फोरेंसिक, डेटा सुरक्षा और सुरक्षा संचालन में नवीनतम विकास का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है. यह डिजिटल अपराध से निपटने में सक्षम कुशल पेशेवरों के निर्माण की दिशा में गृह मंत्रालय द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है.
इच्छुक उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे इस प्रतिस्पर्धी अवसर के लिए विचार किए जाने हेतु 17 अक्टूबर 2025 से पहले अपना आवेदन जमा कर दें.