menu-icon
India Daily

'हिंसा और भय फैलाने वालों के सामने नहीं झुकेंगे', लंदन में प्रवासियों के खिलाफ दक्षिणपंथियों के प्रदर्शन पर PM स्टारमर की चेतावनी

'हिंसा फैलाने वालों के सामने नहीं झुकेंगे', लंदन में प्रवासियों के खिलाफ दक्षिणपंथियों के प्रदर्शन पर PM स्टारमर की चेतावनी

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Will not bow down to those who spread violence PM Keir Starmer warns on right-wing protests against
Courtesy: X

UK Immigration Protest: ब्रिटेन में आव्रजन नीतियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कड़ा रुख अपनाया है. रविवार को उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्रिटेन दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगा. “यूनाइट द किंगडम” रैली, जिसका नेतृत्व अति-दक्षिणपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन ने किया में करीब एक लाख लोग मध्य लंदन में सड़कों पर उतरे.

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल हिंसा और भय फैलाने के लिए किया, जिसकी स्टारमर ने कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा, “ब्रिटेन एक ऐसा राष्ट्र है जो सहिष्णुता, विविधता और सम्मान पर गर्व करता है. हमारा झंडा हमारे विविध देश का प्रतीक है और हम इसे उन लोगों के हाथों में नहीं देंगे जो इसे हिंसा, भय और विभाजन के लिए इस्तेमाल करते हैं.”

पुलिस पर हमले और जवाबी प्रदर्शन

रैली के दौरान पुलिस के साथ झड़पें हुईं, जिसके जवाब में “स्टैंड अप टू रेसिज्म” समूह ने 5,000 लोगों के साथ लंदन में विरोध मार्च निकाला. स्टारमर ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार सबको है, लेकिन “किसी को भी रंग या पृष्ठभूमि के आधार पर निशाना बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.” उन्होंने पुलिस पर हमलों की निंदा की और जोर देकर कहा कि हिंसा और भय फैलाने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी.

प्रवासन नीति पर बढ़ता विवाद

यह रैली तब हुई जब ब्रिटेन में इंग्लिश चैनल के जरिए छोटी नावों से आने वाले प्रवासियों का मुद्दा गरमाया हुआ है. प्रदर्शनकारियों ने “नावों को रोकें”, “उन्हें घर भेजें” और “हमारे बच्चों को बचाओ” जैसे नारे लगाए. अधिकांश प्रदर्शनकारी श्वेत थे और उन्होंने “कीर स्टारमर एक वानकर है” और “टॉमी, किसकी गली? हमारी गली” जैसे उत्तेजक नारे भी लगाए. 

दक्षिणपंथी बयानबाजी और राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल

टॉमी रॉबिन्सन और अन्य वक्ताओं ने “यूरोपीय लोगों के महान प्रतिस्थापन” और अनियंत्रित प्रवासन को ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक संरचना के लिए खतरा बताया. उनकी बयानबाजी ने आव्रजन के मुद्दे को और भड़काया, जिससे सामाजिक तनाव बढ़ा है. स्टारमर ने इस बयानबाजी को खारिज करते हुए कहा कि ब्रिटेन की ताकत उसकी विविधता में है, और इसे कमजोर करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी.