इजरायल-हमास युद्ध को चलते हुए चार हफ्ते बीत चुके है. लेकिन अभी भी दोनों पक्षों के बीच लगातार बमबारी जारी है, जिसमें 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसी बीच अमेरिका पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का एक बयान आया है जिसमें उन्होंने युद्ध की निंदा करते हुए कहा है कि यह संघर्ष सदियों पुराना है, जो अब सामने आ गई है. इस संघर्ष को आगे बढ़ाने में सोशल मीडिया मुख्य तौर पर दोषी है.
उन्होंने न केवल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले की निंदा की, जिसमें अनेक निर्दोष इजरायली मारे गए थे, बल्कि उन्होंने फिलिस्तीन में नागरिकों की पीड़ा को भी चिन्हित किया.
अमेरिका में आयोजित एक साक्षात्कार में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं इस युद्ध को देखता हूं और सोचता हूं कि मै अपने राष्ट्रपति पद के दौरान क्या कर सकता था इस युद्ध के लिए. मै जितना अच्छा कर सकता था मैने किया क्या मै कुछ और कर सकता था.
बराक ओबामा ने इजरायल-गाजा युद्ध का एक विस्तृत विश्लेषण प्रदान किया और कहा कि इस नरसंहार में कुछ हद तक हर कोई सहभागी था. इसको बढ़ाने में मुख्य रूप से रोल सोशल मीडिया ने निभाया.
ओबामा ने कहा, "हमास ने जो किया वह भयावह था और इसका कोई औचित्य नहीं है, और फिलिस्तीनियों के साथ जो हो रहा है वह भी असहनीय है."
उन्होंने यह भी कहा है कि यह स्थान यहूदी लोगों का पूराना इतिहास है इसे खारिज नहीं किया जा सकता है वो लोग अपनी जमीन से जुडे है उनकी भावनाओं को ऐसे तोड़ा नहीं जा सकता है. जो लोग मर रहे हैं, उनका हमास से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन अब इस युद्ध को बंद करने की बात पर सबको जोर देना चाहिए.
7 अक्टूबर से अब तक इजरायली हमले में 9,488 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इजरायल पर हमास के हमलें में 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे. इजारयल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में यह स्पष्ट कर दिया था कि इजरायल युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा जब तक हमास द्वारा बंधक बनाए गए उनके नागरिकों को नहीं छोड़ा जाता है.