पश्चिम अफ्रीकी देश माली से एक चिंताजनक खबर सामने आई है, जहां 1 जुलाई को एक सीमेंट फैक्ट्री पर आतंकियों ने हमला कर तीन भारतीयों का अपहरण कर लिया. इस घटना ने न सिर्फ भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता की लहर पैदा कर दी है। ओडिशा के गंजाम जिले के पी. वेंकटरमण इस अपहरण का शिकार हुए भारतीयों में से एक हैं।
यह हमला माली के पश्चिमी हिस्से में स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री पर हुआ, जो विदेशी कर्मचारियों को काम पर रखती है. हथियारों से लैस आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया और तीन भारतीयों को अगवा कर लिया. इस हमले की जिम्मेदारी जमात नुसरत अल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन (JNIM) नामक आतंकी संगठन ने ली है, जो अल-कायदा से जुड़ा हुआ है और माली में हाल के दिनों में कई हमलों के लिए जिम्मेदार माना गया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस अपहरण की कड़ी निंदा की है. मंत्रालय ने इसे “घोर निंदनीय कृत्य” बताया और माली की सरकार से अपहृत भारतीयों की सुरक्षा और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की. मंत्रालय ने कहा कि वह स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और हर संभव प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, शनिवार तक बाकी दो भारतीयों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई थी.
पी. वेंकटरमण, जो कि ओडिशा के गंजाम जिले के निवासी हैं, मुंबई की ब्लू स्टार प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कार्यरत थे. उन्हें करीब छह महीने पहले कंपनी द्वारा माली के इस सीमेंट प्लांट में डिप्लॉय किया गया था. उनकी मां, पी. नरसम्मा ने 5 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जब उनका अपने बेटे से 30 जून के बाद कोई संपर्क नहीं हो पाया. पहले बताया गया कि वेंकटरमण पुलिस हिरासत में हैं, लेकिन बाद में सोशल मीडिया और स्थानीय सूत्रों से पता चला कि उन्हें आतंकियों ने अगवा कर लिया है.
पी. वेंकटरमण की मां बेहद परेशान हैं. उन्होंने कहा, “पहले कहा गया कि वह पुलिस की हिरासत में है, अब बताया जा रहा है कि वह आतंकियों के कब्जे में है. मैं सरकार से निवेदन करती हूं कि मेरे बेटे को सुरक्षित वापस लाया जाए.” यह मामला एक सामान्य नौकरी की तलाश में विदेश गए एक युवक के जीवन पर आए संकट को दिखाता है, जिससे सैकड़ों परिवार जुड़ाव महसूस कर सकते हैं.