IMD

पैसे लेकर किसके लिए काम कर रहे थे हंटर बाइडन? जानें रोमानियाई कनेक्शन

USA News: अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे हंटर बाइडन एक नए मामले में फिर से सुर्खियों में हैं. हंटर पर आरोप है कि उन्होंने रोमानियाई बिजनेसमैन से पैसे लेकर अमेरिकी जांच एजेंसियों को प्रभावित किया है. हालांकि हंटर ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है. अभियोक्ताओं का कहना है कि उन्होंने यह काम अपने पिता के उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान किए थे.

Social Media
India Daily Live

USA News: जैसे-जैसे अमेरिका में चुनावी मौसम जोर पकड़ रहा है जो बाइडन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे हंटर बाइडन फिर एक नए मामले में सुर्खियों में हैं. अभियोक्ताओं ने खुलासा किया है कि जो बाइडन के उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान हंटर को रोमानियाई व्यवसायी गेब्रियल पोपोविसिउ ने काम पर रखा था.  गेब्रियल कथित तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप में जांच के दायरे में था.  स्पेशल एडवोकेट डेविड वीस ने कहा कि हंटर के व्यापारिक सहयोगी आने वाले फेडरल टैक्स ट्रायल में गवाही देंगे.

हंटर बाइन की विदेशी व्यापारिक गतिविधियाँ लगातार विवाद का विषय रही हैं. हंटर की गतिविधियों को लेकर रिपब्लिकन की ओर से बाइडन परिवार की आलोचना होती रही है. हालांकि हंटर ने किसी भी गलत काम को लेकर इंकार किया है. हंटर ने जोर देकर कहा है कि उनकी किसी भी व्यापारिक गतिविधि में उनके पिता शामिल नहीं रहे हैं. 

रोमानियाई बिजनेसमैन से पैसा लिया 

अभियोक्ता यह दिखाने के लिए सबूत पेश करने की योजना बना रहे हैं कि हंटर और उसके सहयोगी को पोपोविसिउ से भुगतान मिला था. यह भुगतान अमेरिकी की नीतियों को प्रभावित करने के लिए दिया गया था जिससे रोमानिया में उसकी कानूनी अड़चनें कम हो सकें. हालांकि कोर्ट के दस्तावेजों में पेश किए गए सबूत हंटर द्वारा रोमानिया में किए गए कामों से मेल खाते हैं. 

अमेरिकी एजेंसियों को प्रभावित किया 

गेब्रियल पोपोविसिउ को 2017 में रियल एस्टेट धोखाधड़ी के लिए सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था. अभियोक्ताओं का कहना है कि हंटर और उनके सहयोगी ने पोपोविसिउ की मदद करने के लिए अमेरिकी जांच एजेंसियों को प्रभावित किया जिससे रोमानिया में उनके खिलाफ चल रही जांच पर असर पड़े. इस काम के लिए जो भुगतान किया गया वह रोमानिया में रियल एस्टेट प्रॉपर्टी की देखभाल के रूप में छिपाया गया.  अभियोक्ताओं का मानना है यह भुगतान उनकी पैरवी करने के लिए दिया गया था.