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India Daily

अमेरिका ने कतर एयरबेस से चुपचाप अपने मिलिट्री एयरक्राफ्ट लिए वापस

US Military Aircraft: कतर में एक प्रमुख अमेरिकी एयरबेस पर पिछले दो फ्ते में करीब 40 अमेरिकी सैन्यमें लगभग 40 अमेरिकी मिलिट्री एयरक्राफ्ट गायब हो गए हैं. ऐसा लग रहा है कि संभावित ईरानी हमलों से संपत्तियों को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
US pulled military jets silently

US Military Aircraft: पिछले दो हफ्तों में कतर के अल उदीद एयरबेस से लगभग 40 अमेरिकी मिलिट्री एयरकाफ्ट अचानक लापता हो गए हैं. समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, यह कदम संभावित ईरानी हमलों से पहले सतर्कता के तौर पर उठाया गया है. यह एयरबेस मध्य पूर्व में अमेरिका की सबसे बड़ी सैन्य उपस्थिति है.

प्लांट लैब्स पीबीसी की सैटेलाइट फोटोज में 5 जून को एयरबेस पर C-130 हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट विमान और एडवांस जासूसी एयरक्राफ्ट्स समेत करीब 40 एयरक्राफ्ट खड़े दिख रहे थे. लेकिन 19 जून तक सिर्फ तीन विमान ही नजर आ रहे हैं. यह अचानक की गई कार्रवाई अमेरिका की रणनीतिक तैयारी को दिखाती है. 

अमेरिकी दूतावास ने जारी की चेतावनी:

कतर में अमेरिकी दूतावास ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि क्षेत्रीय तनावों को देखते हुए एयरबेस में आमद-रफ्त पर टेम्पररी रोक लगाई गई है. उन्होंने सभी कर्मियों से ज्यादा सतर्कता बरतने की अपील की है. 15 से 18 जून के बीच, पब्लिक फ्लाइंग ट्रैकिंग डाटा के मुताबिक, अमेरिका से यूरोप की तरफ कम से कम 27 मिलिट्री रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट भेजे गए. 

इनमें KC-46A पेगासस और KC-135 स्ट्रैटो टैंकर शामिल हैं. इनमें से 25 विमान अभी तक यूरोप में ही हैं, जबकि केवल दो अमेरिका लौटे हैं. ये विमान लंबी दूरी की हवाई अभियानों में अहम भूमिका निभाते हैं और काफी मददगार साबित होते हैं.

मध्य पूर्व में लगभग 40,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं जिन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है. ये नॉर्मल से 30,000 से ज्यादा हैं. जब इजरायल-ईरान के बीच तनाव बढ़ गया था तब यह संख्या 43,000 तक पहुंच गई थी. सैनिकों के परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने की अनुमति दी गई है.