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India Daily

'अमेरिका को पश्चिम एशिया को छोड़ना होगा', ट्रंप की खाड़ी देशों की यात्रा पर ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई का बड़ा बयान

खामनेई ने ट्रम्प के गाजा में शांति स्थापित करने के दावों को झूठा बताया. खामनेई ने आरोप लगाया कि अमेरिकी प्रशासन ने गाजा में नरसंहार का समर्थन किया और युद्धों को भड़काने में भूमिका निभाई.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
US must and will leave West Asia Ayatollah Ali Khamenei

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार को घोषणा की कि अमेरिका को मध्य पूर्व क्षेत्र छोड़ना होगा. यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की खाड़ी अरब देशों की यात्रा के बाद आया. खामनेई ने टेलीविजन प्रसारण में कहा, "क्षेत्र के राष्ट्रों के दृढ़ संकल्प के साथ, अमेरिका को यह क्षेत्र छोड़ना होगा." उन्होंने अमेरिकी रणनीति की आलोचना की, जिसका उद्देश्य खाड़ी देशों को अमेरिकी समर्थन पर निर्भर बनाए रखना है.

ट्रम्प के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया
खामनेई ने ट्रम्प के कुछ बयानों को "शर्म का स्रोत" करार दिया. उन्होंने कहा, "उन बयानों का स्तर इतना निम्न है कि वे वक्ता के लिए स्वयं शर्मिंदगी का कारण हैं और अमेरिकी जनता के लिए अपमान का सबब हैं." ट्रम्प ने सऊदी निवेश मंच पर कहा था, "ईरान के नेता अपने लोगों की संपत्ति चुराकर विदेश में आतंक और रक्तपात को वित्तपोषित करने पर केंद्रित हैं." खामनेई ने इन बयानों का जवाब देना उचित नहीं समझा.

गाजा में शांति के दावों पर सवाल
खामनेई ने ट्रम्प के गाजा में शांति स्थापित करने के दावों को झूठा बताया. उन्होंने कहा, "ट्रम्प ने दावा किया कि वह शांति के लिए शक्ति का उपयोग करना चाहते हैं, उन्होंने झूठ बोला." खामनेई ने आरोप लगाया कि अमेरिकी प्रशासन ने गाजा में नरसंहार का समर्थन किया और युद्धों को भड़काने में भूमिका निभाई.

खाड़ी देशों की निर्भरता की आलोचना
खामनेई ने ट्रम्प के खाड़ी देशों के प्रति रवैये की निंदा की. उन्होंने कहा, "अमेरिका के राष्ट्रपति ने इन अरब देशों को एक मॉडल प्रस्तावित किया, जिसके अनुसार उनके अपने शब्दों में, अमेरिका के बिना ये देश 10 दिन भी नहीं टिक सकते." खामनेई ने इसे असफल मॉडल करार देते हुए कहा, "यह मॉडल इन देशों को अमेरिका पर  निर्भर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है."