Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले ढ़ाई सालों से चल रहे घातक युद्ध में अब नया मोड़ आ गया है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस के साथ सीज फायर करने को तैयार हो गए हैं. दरअसल, वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने शुक्रवार (30 नवम्बर) को NATO से अनुरोध किया कि वह यूक्रेन के उन इलाकों को सुरक्षा करे, जो कीव की नियंत्रण में हैं, ताकि "युद्ध को खत्म किया जा सके. ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि वह अपने देश के लगभग पांचवें हिस्से को दोबारा पाने के इंतजार करने को तैयार हैं, जिस पर रूस की सेना ने कब्ज़ा कर लिया है, यदि ऐसा समझौता यूक्रेन के बाकी हिस्सों को सुरक्षा प्रदान कर सके और लड़ाई को खत्म कर सके.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यह भी संकेत दिया कि यदि इस तरह के समझौते से पूरे यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित होती है और लड़ाई को समाप्त किया जा सकता है, तो वह रूस द्वारा कब्ज़ाए गए अपने देश के एक-फिर हिस्से को दोबारा पाने के लिए प्रतीक्षा करने को तैयार हैं. बता दें कि, व्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार रात पहली बार कहा कि युद्ध को खत्म करने के लिए वह रूस को अपना क्षेत्र सौंपने को तैयार हैं.
यूक्रेन के लिए NATO सुरक्षा की जरूरत
जेलेंस्की ने ब्रिटेन के स्काई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "अगर हम युद्ध के उग्र चरण को रोकना चाहते हैं, तो हमें उन इलाकों को NATO की छांव में लाना चाहिए, जो अब हमारे नियंत्रण में हैं. उन्होंने यह भी कहा, "हमें इसे जल्दी करना चाहिए, और फिर हम बाकी हिस्से को कूटनीतिक रूप से वापस प्राप्त कर सकते हैं. उनके इस बयान के बाद, यूक्रेन के युद्धविराम या शांति समझौते की संभावना पर चर्चा तेज हो गई है, खासकर तब जब डोनाल्ड ट्रंप ने इस महीने अमेरिकी चुनाव जीतने के बाद युद्ध को समाप्त करने का दावा किया था.
रूस का बढ़ता दबाव और यूक्रेन की प्रतिक्रिया
इस हफ्ते रूस ने कीव में सरकारी भवनों को निशाना बनाने की धमकी दी थी और यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्र पर एक बड़ा हवाई हमला किया था. रूस का कहना है कि यह हमला यूक्रेन द्वारा अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों का इस्तेमाल करने के जवाब में किया गया है. रूस वर्तमान में यूक्रेन के लगभग 18 प्रतिशत क्षेत्र पर नियंत्रण रखता है, जिसमें क्रीमिया भी शामिल है, जिसे रूस ने 2014 में अपने कब्जे में ले लिया था. 2022 में आक्रमण करने के बाद से, मास्को ने यूक्रेन के चार और पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों - डोनेट्स्क, खेरसॉन, लुगांस्क और ज़ापोरिज्जिया - पर अपना दावा किया है, जबकि उन पर उसका पूर्ण नियंत्रण नहीं है.
NATO में शामिल होने की शर्तें
कीव ने शांति के बदले में क्षेत्र छोड़ने से बार-बार इनकार किया है, जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सेना से अधिक भूमि से हटने की मांग की है. ज़ेलेन्स्की ने साफ किया कि NATO में शामिल होने का प्रस्ताव यूक्रेन के पूरे क्षेत्र के लिए होना चाहिए, लेकिन उन्होंने "NATO की छांव" के तहत केवल कीव द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों को सुरक्षा प्रदान करने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि अगर युद्धविराम होता है, तो यह सुनिश्चित करने के लिए गारंटी की आवश्यकता होगी कि रूस भविष्य में फिर से हमला नहीं करेगा.
पुतिन की शांति की शर्तें और रूस का आक्रामक रवैया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले ही कहा था कि अगर यूक्रेन शांति समझौते की ओर बढ़ना चाहता है, तो उसे NATO में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षाओं से पीछे हटना होगा. इस बीच, जेलेंस्की ने पश्चिमी नेताओं के साथ लगातार फोन से बातचीत की हैं, जिनमें ब्रिटेन के कीर स्टारमर, फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी के ओलाफ शोल्ज़ शामिल हैं.
यूक्रेन को मिल रही पश्चिमी सहायता
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने शुक्रवार को यूक्रेनी विदेश मंत्री से बात की और यूक्रेन के लिए "सतत समर्थन" की अमेरिकी योजनाओं के बारे में जानकारी दी. राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार ने डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद यूक्रेन को और अधिक हथियारों की आपूर्ति बढ़ाई है, और रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों को यूक्रेन द्वारा दागने की अनुमति दी है. इसके जवाब में, पुतिन ने ड्निप्रो शहर पर एक नई हाइपरसोनिक मिसाइल दागने की अनुमति दी और कीव में सरकारी बिल्डिंगों को निशाना बनाने की धमकी दी.
नए सैन्य नेतृत्व की नियुक्ति
जेलेंस्की ने शुक्रवार को यूक्रेन की ज़मीन सेना के लिए नए कमांडर, मिखाइलो ड्रापाटी की नियुक्ति की, जो अब सेना की नेतृत्व क्षमता को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. रक्षा मंत्री रस्टेम उमेरोव ने कहा, "ये नियुक्तियां हमारी सेना को मजबूत करने, उसकी युद्ध क्षमता को बढ़ाने, और नए प्रबंधन नजरिए को लागू करने के लिए की गई हैं.