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India Daily

नई एयरफोर्स यूनिट के साथ TTP बना रहा नया संगठन, क्या पाकिस्तान के लिए आएगी नई मुसीबत?

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने 2026 में खुद को फिर से संगठित करने की योजनाओं का खुलासा किया है, जिसमें एक नई "एयर फोर्स" यूनिट बनाना भी शामिल है.

Shilpa Shrivastava
नई एयरफोर्स यूनिट के साथ TTP बना रहा नया संगठन, क्या पाकिस्तान के लिए आएगी नई मुसीबत?
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने एक बड़ा खुलासा किया है. TTP ने कहा है कि वो 2026 में खुद को फिर से संगठित करने पर काम कर रहा है। इसमें नई एयर फोर्स यूनिट बनाना भी शामिल है. इस संगठन का कहना है कि यह पाकिस्तान के खिलाफ हमलों को बढ़ाने की कोशिशों में एक बड़ा कदम साबित होगा. सूत्रों के अनुसार, इस घोषणा से यह तो साफ है कि TTP अपने मिलिट्री ऑपरेशन्स का विस्तार करना चाहता है. इससे पाकिस्तानी सरकार के लिए ज्यादा मुश्किलें पैदा हो जाएंगी.

यह नया ढांचा TTP के मिलिट्री सेटअप, पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में उसकी तैनाती और उसके अलग-अलग डिपार्टमेंट्स को मैनेज करने के तरीके के बारे में जानकारी देता है। टीटीपी इसमें एयरफोर्स यूनिट भी शामिल करेगा, जिससे यह साफ हो जाता है कि TTP और भी ज्यादा आक्रामक होने की योजना बना रहा है. 

पाकिस्तान में बढ़े आतंकी हमले:

पाकिस्तानी राजनेता मौलाना फजलुर रहमान ने अक्सर अफगानिस्तान के लिए देश की नीति को लेकर आलोचना की है. इसके साथ ही पाकिस्तान में आतंकी हमलों में भी काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है. यह बढ़ोतरी खासतौर से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में हो रहे हैं. बता दें कि यह सब तब शुरू हुआ जब नवंबर 2022 में TTP ने पाकिस्तान सरकार के साथ सीजफायर खत्म कर दिया. तब से लेकर अब तक इस ग्रुप ने सुरक्षा बलों, पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर कई हमले किए हैं. 

TTP पाकिस्तान में एक बैन आतंकी ग्रुप है. पाकिस्तान ने दावा किया है कि TTP अफगान इलाके से काम करता है, लेकिन अफगान तालिबान ने इससे साफ इनकार किया है. 

TTP करेगा ये बड़े बदलाव:

  • TTP ने अपने ऑपरेशन्स को मैनेज करने के लिए दो नए इलाके बनाए हैं. एक को वेस्टर्न जोन कहा जाता है, जिसमें बलूचिस्तान शामिल है. वहीं, दूसरे को सेंट्रोल जोन कहा गया है. बता दें कि हर जोन का अपना मिलिट्री कमांडर है.

  • TTP ने अपने कंट्रोल में नए इलाके भी एड किए हैं, जिनमें कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान शामिल हैं. 

  • अलग-अलग मिलिट्री जोन की लीडरशिप में बदलाव हुए हैं. उदाहरण के लिए, फकीर इपी के परपोते एहसानुल्लाह इपी को दक्षिणी मिलिट्री जोन का लीडर बनाया गया है. फकीर इपी 2022 में TTP में शामिल हुए थे. एक और लीडर, हिलाल गाजी को सेंट्रल मिलिट्री जोन का डिप्टी हेड नियुक्त किया गया है. 

  • मुहम्मद को TTP के पॉलिटिकल कमीशन का नया लीडर बनाया गया है. मौलवी फकीर कमीशन का हिस्सा बने रहेंगे, लेकिन सरबकाफ मोहम्मंद अब इसमें शामिल नहीं हैं.

  • TTP ने अब अपनी खुद की एयर फोर्स बना ली है, जिसकी कमान सलीम हक्कानी संभालेंगे. इसे ग्रुप के मिलिट्री विस्तार में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.