भारत-पाक तनाव से वैश्विक युद्धों तक, ट्रंप ने दोहराया आठ जंग रोकने का दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने दुनिया में आठ बड़े संघर्षों को रोकने में भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान टकराव परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहा था.

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Reepu Kumari

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर अपनी मध्यस्थ भूमिका को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर कई गंभीर संघर्ष उनके प्रयासों से थमे हैं. ट्रंप के अनुसार इन टकरावों में परमाणु तनाव तक की स्थिति बन चुकी थी.

हालांकि ट्रंप ने यह भी स्वीकार किया कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब भी अनसुलझा है. उन्होंने इसे अपनी सबसे बड़ी असफलता बताया और दोनों देशों के नेताओं के बीच गहरी नफरत को शांति वार्ता में सबसे बड़ी बाधा करार दिया.

मैंने 8 युद्ध सुलझाए- ट्रंप

 ट्रंप ने कहा 'राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच जबरदस्त नफरत है... मैंने 8 युद्ध सुलझाए हैं. थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संबंध सुधरने लगे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमने स्थिति को काफी हद तक संभाल लिया है... हमने पाकिस्तान और भारत के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोका,'.

रूस और यूक्रेन युद्ध को सुलझाने में विफल- ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान आठ विमान गिराए गए. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका केवल रूस और यूक्रेन के बीच के युद्ध को सुलझाने में विफल रहा है.

पाकिस्तान का राग अलाप रहे ट्रंप

उन्होंने आगे कहा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 10 मिलियन, शायद इससे भी अधिक लोगों की जान बचाई. 8 विमानों को मार गिराया गया. वह युद्ध भयंकर रूप ले रहा था... एकमात्र युद्ध जिसे मैंने अभी तक हल नहीं किया है, वह रूस-यूक्रेन का युद्ध है.'

भारत-पाकिस्तान समझौते का दावा

गौरतलब है कि ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता कराने के लिए टैरिफ का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि अगर दोनों देश युद्धविराम का पालन नहीं करते हैं तो उन्होंने दोनों देशों के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ने की धमकी दी थी.

हालांकि, भारत ने ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए कहा कि युद्धविराम भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की वार्ता शुरू होने के बाद हुआ, जो पाकिस्तान के अनुरोध पर हुई थी और इस प्रक्रिया में कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था.

'रूस यूक्रेन में शांति स्थापित के लिए प्रतिबद्ध'

अमेरिका का कहना है कि रूस यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है. यूक्रेन में शांति सुनिश्चित करने के लिए चल रही बातचीत फ्लोरिडा के मियामी में समाप्त हो गई, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विदेश दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि रूस इस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

अमेरिकी दूत ने एक बयान में कहा, 'फ्लोरिडा में पिछले दो दिनों में, रूसी विशेष दूत किरिल दिमित्रीव ने यूक्रेन पर राष्ट्रपति ट्रम्प की शांति योजना को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ उपयोगी और रचनात्मक बैठकें कीं. अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में विशेष दूत स्टीव विटकॉफ, जेरेड कुशनर और व्हाइट हाउस के कर्मचारी जोश ग्रुएनबाम शामिल थे.'

उन्होंने आगे कहा, 'रूस यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. रूस यूक्रेनी संघर्ष को सुलझाने और वैश्विक सुरक्षा को फिर से स्थापित करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रयासों और समर्थन को बहुत महत्व देता है.'