डोनाल्ड ट्रंप ने खुलासा किया है कि उन्हें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन आने का आमंत्रण दिया है. इस प्रस्तावित बैठक की संभावनाएं तब बढ़ी हैं जब दोनों देशों के अधिकारियों ने बीते हफ्ते मलेशिया में उच्च स्तरीय वार्ता की. माना जा रहा है कि ट्रंप की एशिया यात्रा के दौरान यह बैठक संभव हो सकती है, जो APEC शिखर सम्मेलन के समय दक्षिण कोरिया में हो सकती है. दोनों देशों के बीच व्यापार और कूटनीति को लेकर फिर से गर्माहट आती दिख रही है.
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के बीच ट्रंप और शी जिनपिंग की संभावित बैठक को लेकर बातचीत चल रही है. 11 जुलाई को मलेशिया में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच बैठक हुई थी, जिसके बाद से इस मुलाकात की संभावनाएं बढ़ गई हैं. सूत्रों की मानें तो ट्रंप की संभावित एशिया यात्रा के दौरान, खासकर APEC समिट में, यह बैठक हो सकती है.
हाल के हफ्तों में ट्रंप ने चीन के खिलाफ अपनी तीखी भाषा को कुछ हद तक नरम किया है. उन्होंने अमेरिका-चीन के बीच चल रही टैरिफ वॉर को फिलहाल टाल दिया है, जिससे वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं में आई अस्थिरता कुछ कम हुई है. वहीं, चीन ने भी संकेत दिए हैं कि वह कूटनीतिक संवाद को तैयार है. चीन के वाणिज्य मंत्री वांग वेंटाओ ने कहा है कि वे अमेरिका के साथ व्यापारिक रिश्तों को स्थिरता पर लाना चाहते हैं.
चीनी विदेश मंत्रालय ने भी यह स्वीकार किया है कि वह विदेशी नेताओं जिनमें कुछ अमेरिकी भी हैं को 3 सितंबर को बीजिंग में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम में आमंत्रित कर रहा है. हालांकि चीन ने ट्रंप-शी बैठक पर सीधी टिप्पणी करने से इनकार किया है, लेकिन प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि प्रमुख राष्ट्राध्यक्षों के बीच कूटनीति की भूमिका अहम होती है और यह चीन-अमेरिका संबंधों को नई दिशा देने में मदद कर सकती है.