Donald Trump Ceasefire Talks: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हालिया सीमा संघर्ष में अब तक 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 1.3 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं. तनाव के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को दावा किया कि दोनों देशों ने युद्धविराम वार्ता के लिए तत्काल बैठक पर सहमति व्यक्त की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप, जो इस समय स्कॉटलैंड की यात्रा पर हैं, उन्होंने Truth Social पर लिखा कि उन्होंने थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फूमथाम वेचयाचाई और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट से अलग-अलग बातचीत की. उन्होंने दोनों नेताओं को चेतावनी दी कि जारी हिंसा संभावित अमेरिकी व्यापार समझौतों को खतरे में डाल सकती है.
Donald J. Trump Truth Social 07.26.25 12:23 PM EST pic.twitter.com/QB03NMNe9G
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ट्रंप ने कहा, “दोनों देश तत्काल युद्धविराम और शांति की दिशा में बढ़ना चाहते हैं. दोनों नेताओं ने तुरंत मुलाकात कर शांति स्थापित करने पर सहमति जताई है.” हालांकि व्हाइट हाउस या दोनों देशों के दूतावासों ने बैठक की पुष्टि नहीं की है. थाई प्रधानमंत्री फूमथाम ने फेसबुक पर लिखा कि थाईलैंड "सिद्धांततः" युद्धविराम का इच्छुक है, लेकिन उन्होंने कंबोडिया से “ईमानदार मंशा” की मांग की है.
यह संघर्ष बीते एक दशक में दोनों देशों के बीच सबसे गंभीर माना जा रहा है. शनिवार को संघर्ष थाईलैंड के त्राट प्रांत और कंबोडिया के पुरसत प्रांत तक फैल गया, जो शुरुआती झड़प क्षेत्र से 100 किलोमीटर दूर है.
तनाव की शुरुआत मई के अंत में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद हुई थी, जिसके बाद दोनों देशों ने 817 किलोमीटर लंबे विवादित सीमा क्षेत्र में सेना तैनात कर दी. विवाद का मुख्य बिंदु यूनेस्को की विश्व धरोहर प्राचीन प्रीह विहेयर मंदिर है, जिसे 1962 में ICJ ने कंबोडिया को सौंपा था, लेकिन थाईलैंड ने इस फैसले को कभी पूर्ण रूप से स्वीकार नहीं किया.
थाईलैंड ने 20 मौतों की पुष्टि की है जिसमे 7 सैनिक, 13 नागरिक जबकि कंबोडिया ने 13 जिसमे 5 सैनिक, 8 नागरिक के मारे जाने की बात कही है. कंबोडिया ने थाईलैंड पर अवैध सैन्य आक्रमण और सीमा पार हमले का आरोप लगाया है, वहीं थाईलैंड ने कंबोडिया पर बारूदी सुरंगें बिछाने और घुसपैठ का दोष मढ़ा है.
भारत सरकार ने भी कंबोडिया स्थित अपने नागरिकों को सीमावर्ती क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है. संयुक्त राष्ट्र में थाईलैंड ने शुक्रवार को कंबोडिया की “आक्रामकता” का मुद्दा उठाया, जबकि कंबोडिया ने फिर से ICJ में हस्तक्षेप की मांग की है, जिसे थाईलैंड ने खारिज कर दिया है.