Bangladesh crisis: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आज यानी 8 अगस्त को रात आठ बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. इस बात की जानकारी आर्मी चीफ वकार उज-जमां ने दी है. जानकारी के मुताबिक इस नई सरकार में 15 सदस्य होंगे. आज मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के नेता के रूप में शपथ लेंगे. यूनुस ओलंपिक के लिए पेरिस में थे. आज बांग्लादेश पहुंच कर शपथ लेंगे. जब यूनुस को अंतरिम नेता के लिए नामित किया गया था उन्होंने देश के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, 'हिंसा हमारा दुश्मन है, कृपया और दुश्मनी न बनाएं, शांत रहे और देश के निर्माण के लिए तैयार रहें'.
वहीं पड़ोसी देश बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की समस्याओं के मद्देनजर भारतीय सीमा सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर है. सीमा सुरक्षा बल ने बीते दिनों कहा कि पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशियों के एक बड़े समूह द्वारा घुसपैठ की कोशिश कर नाकाम कर दिया गया है.
BSF कर्मियों ने 120-140 बांग्लादेशी नागरिकों को रोका जो पूर्वी राज्य के कई स्थानों से भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. दार्जिलिंग के कदमताल में मुख्यालय वाले फ्रंटियर के प्रवक्ता ने कहा, इकट्ठे हुए लोग मुख्य रूप से स्थानीय अशांति के डर से प्रेरित थे. बीएसएफ ने बीजीबी और बांग्लादेशी नागरिक अधिकारियों के साथ समन्वय करके इन व्यक्तियों को उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाया है.
बीएसएफ जवानों के मुताबिक बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के साथ-साथ स्थानीय नागरिक अधिकारियों ने 35 बांग्लादेशी नागरिकों को उनके घरों में वापस भेज दिया. स्थिति को संभाले के लिए बीएसएफ ने अतिरिक्त बल तैनात किए हैं. दूसरे सेक्टर में बांग्लादेशी ग्रामीणों का एक समूह आईबी के पास पहुंचा और थोड़ी देर में हंगामा शुरू कर दिया लेकिन जवानों ने काफी सुझबूझ से मामले को शांत कर लिया है.
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने बुधवार को शांति की अपील की. उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के सदस्यों से कहा, कोई विनाश नहीं, कोई गुस्सा नहीं, कोई बदला नहीं, हमें अपने देश के पुनर्निर्माण के लिए प्यार और शांति की जरूरत है.
बता दें कि शेख हसीना के इस्तीफे से दो दिन पहले 14 पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 109 लोगों की हत्या कर दी गई थी. हसीना और उनकी पार्टी से जुड़े सभी मंत्रियों और सांसदों के घर को लूट लिया गया. चारों ओर आग लगा दी गई, तोड़फोड़ की गई.
बांग्लादेश में हिंसा की वजह से शेख हसीना को अपना पद छोड़कर भारत आना पड़ा. फिलहाल वह भारत में ही है. खबर है कि शेख हसीना कहीं दुसरे देश में शिफ्ट हो सकती है. हालांकि शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने कहा कि उनकी मां ने ब्रिटेन या अमेरिका में शरण लेने का फैसला नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वह कुछ समय के लिए दिल्ली में ही रहेंगीं.