क्या उस्मान हादी बनेगा बांग्लादेश का नया राष्ट्रपिता? शेख मुजीब की जगह देने की मांग से मचा बवाल
शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में भारी तनाव है. कुछ समूह उन्हें शेख मुजीब की जगह देने की मांग कर रहे हैं.
नई दिल्ली: बांग्लादेश में छात्र और युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं. ढाका समेत कई शहरों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इस बीच कुछ कट्टरपंथी समूहों की ओर से उस्मान हादी को शेख मुजीबुर रहमान की जगह स्थापित करने की मांग सामने आई है. ढाका यूनिवर्सिटी में शेख मुजीब के नाम पर बने हॉल का नाम बदलकर उस्मान हादी के नाम पर रखने की मांग ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है.
अंतरिम सरकार ने हालात को देखते हुए उस्मान हादी के जनाजे से जुड़े कार्यक्रमों में बदलाव किया. मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में प्रशासन ने ऐलान किया था कि हादी की जनाजे की नमाज 19 दिसंबर को दोपहर 2 बजे ढाका के जातीय संसद भवन के साउथ प्लाजा में अदा की जाएगी. पहले इसका समय 2 बजकर 30 मिनट बताया गया था. सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे जिसके बाद 2 बजे (स्थानीय समय) ढाका के जातीय संसद भवन के साउथ प्लाजा में नमाज अदा की गई.
मैमेनसिंह जिले में क्यों बिगड़े हालात?
संसद भवन और आसपास के इलाकों में ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई थी. इसी बीच मैमेनसिंह जिले के भालुका इलाके में हिंदू गारमेंट वर्कर दीपू चंद्र दास की हत्या ने हालात और बिगाड़ दिए हैं. बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई यूनिटी काउंसिल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. संगठन के अनुसार 18 दिसंबर की रात कथित ईशनिंदा के आरोप में दीपू चंद्र दास को भीड़ ने बेरहमी से पीट पीटकर मार डाला.
इसके बाद शव को पेड़ से लटकाकर आग लगा दी गई. अंतरिम सरकार ने भी इस घटना को जघन्य बताते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने का भरोसा दिया है.
कब बढ़ा ज्यादा तनाव?
तनाव उस समय और बढ़ गया जब शरीफ उस्मान हादी का शव सिंगापुर से ढाका लाया गया. हादी इंकलाब मंचो के प्रवक्ता थे और जुलाई आंदोलन से उभरे बड़े युवा चेहरा माने जाते थे. उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम बांग्लादेश एयरलाइंस की फ्लाइट से हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा. इंकलाब मंचो ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे संगठन के अलावा किसी और के निर्देश या उकसावे में न आएं.
कैसी है वहां की स्थिति?
हादी की मौत के बाद ढाका के शाहबाग चौराहे समेत कई इलाकों में प्रदर्शन तेज हैं. कुछ जगह भारत विरोधी नारे लगाए गए हैं और राजनयिक मिशनों के पास पथराव के वीडियो भी सामने आए हैं. हालात को देखते हुए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों को कई अहम इलाकों में तैनात किया गया है. अमेरिकी दूतावास ने भी अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है.