वैज्ञानिकों ने एक नई प्राचीन मानव प्रजाति की खोज की है, जिसे 'हॉमो जुलेनसिस' नाम दिया गया है. यह प्रजाति आज के चीन में पाई गई है और इसकी उम्र 200,000 साल से अधिक पुरानी मानी जा रही है. मानव जाति के विकास के इतिहास को समझने में यह एक महत्वपूर्ण खोज साबित हो सकती है जिससे वैज्ञानिकों को एशिया में प्राचीन मानवों के बारे में नई जानकारी मिल सकती है.
डेनीसोवन्स से समानताएं
नई प्रजाति हॉमो जुलेनसिस पहले से पाई गई और रहस्यमयी डेनीसोवन्स प्रजाति के समान हैं. इसके दांत और जबड़े बिल्कुल डेनीसोवन्स के जैसे हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि इन दोनों प्रजातियों में काफी समानताएं हो सकती हैं, जिससे यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि ये प्रजातियां एक ही समूह से संबंधित हो सकती हैं.
A provocative commentary on the diversity of hominin fossils of eastern Eurasia, attributing material now called Denisovans to Homo juluensis. https://t.co/IryhDfDDKC pic.twitter.com/Nd7zyxdUBX
— John Hawks (@johnhawks) November 2, 2024Also Read
लेट क्वाटर्नरी युग से जुड़ी है खोज
यह खोज लेट क्वाटर्नरी युग से जुड़ी है, जो लगभग 200,000 साल पहले का समय था, जब हॉमो जुलेनसिस का पृथ्वी पर अस्तित्व में था. शोधकर्ताओं के अनुसार, प्राचीन मानवों के अवशेषों का बढ़ता संग्रह इस क्षेत्र के प्राचीन मानवविज्ञान को बेहतर समझने में मदद कर रहा है. इससे वैज्ञानिकों को एशिया में प्राचीन मानवों की विविधता और विकास को समझने में मदद मिल रही है.
नए तरीके से की गई खोज
इस महत्वपूर्ण खोज को वैज्ञानिकों की एक नई विधि द्वारा संभव बनाया गया है, जिसे अब तक के अध्ययन में लागू किया गया है. प्रोफेसर क्रिस्टोफर जे. बै, जो हवाई विश्वविद्यालय के मानवविज्ञान विभाग में कार्यरत हैं और इस शोध के मुख्य सदस्य रहे हैं, ने इस प्रक्रिया को समझाया. उन्होंने कहा, 'यह अध्ययन हुमनिन (मानव पूर्वज) के अवशेषों को ठीक से वर्गीकृत करने में मदद करता है, जो पहले केवल होमो इरेक्टस, होमो नेआंडरथलेंसिस या होमो सेपियंस से मेल नहीं खाते थे.' यह नई जानकारी वैज्ञानिक समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि यह एशियाई मानवविज्ञान को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती है.