Asim Munir Coup: पाकिस्तान एक बार फिर सेना के नियंत्रण में आ गया है. खबरें हैं कि देश के मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की कुर्सी खतरे में है. दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर उन्हें पद से हटाने की तैयारी में हैं और खुद राष्ट्रपति बनने की योजना बना चुके हैं. सूत्रों के अनुसार, इसके लिए संविधान में बड़े बदलाव की रूपरेखा भी तैयार हो चुकी है. यदि यह सच होता है, तो पाकिस्तान में एक बार फिर सैन्य तख्तापलट की नई इबारत लिखी जाएगी.
इस सियासी संकट की आहट तब तेज हुई जब बिलावल भुट्टो जरदारी ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से आर्मी चीफ असीम मुनीर की आलोचना की. माना जा रहा है कि यह बयान जरदारी परिवार की उस भीतरूनी घबराहट का संकेत है, जो उन्हें सेना से मिल रही है. जानकारों का मानना है कि सेना जरदारी के खिलाफ लंबे समय से रणनीति बना रही थी, जो अब साफ दिखाई दे रही है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, जनरल असीम मुनीर सिर्फ राष्ट्रपति पद तक नहीं रुकेंगे, बल्कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी हटाकर सत्ता पर पूरा नियंत्रण चाहते हैं. पाकिस्तानी पत्रकार सैयद की रिपोर्ट के अनुसार, यह सवाल अहम है कि क्या जरदारी स्वेच्छा से इस्तीफा देंगे या उन्हें जबरन हटाया जाएगा.
पाकिस्तान में तख्तापलट की संभावनाओं के बीच सोशल मीडिया पर जुलाई महीने की चर्चा जोरों पर है. लोग कह रहे हैं कि जुलाई 1977 में जिया उल हक ने भी सत्ता हथियाई थी. क्या 2025 का जुलाई फिर वही कहानी दोहराएगा? राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर यह तख्तापलट होता है, तो पाकिस्तान में एक बार फिर लोकतंत्र की जड़ें कमजोर होंगी और देश एक बार फिर सैन्य तानाशाही की ओर लौट जाएगा.