India-US Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देशों के बीच चल रही व्यापार वार्ताएं साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करेंगी. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दोनों देशों की टीमें वार्ताओं को जल्द पूरा करने के लिए काम कर रही हैं. उन्होंने ट्रंप के साथ बातचीत की इच्छा जताते हुए कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर अपने नागरिकों के लिए उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करेंगे.
इससे पहले ट्रंप ने भी सोशल मीडिया पर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि आने वाले हफ्तों में भारत और अमेरिका के बीच सब कुछ ठीक हो जाएगा. ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा कि भारत और अमेरिका दोनों देश व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. वह आने वाले समय में प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत को लेकर उत्सुक हैं. ट्रंप ने भरोसा जताया कि दोनों देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष निकालने में कोई कठिनाई नहीं होगी.
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— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) September 10, 2025
पीएम मोदी दिया ट्रंप के ताज़ा पोस्ट का जवाब
“भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ताएँ भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेंगी। हमारी टीमें इन चर्चाओं को जल्द से जल्द… https://t.co/5lUwnjiqc2 pic.twitter.com/iqKLd4yHGX
डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणी उनके नरम रुख को दर्शाती है. उन्होंने पहले चेतावनी दी थी कि तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन की बैठक के बाद भारत और रूस चीन के करीब होते दिख रहे हैं. हालांकि बाद में उन्होंने अपने रुख में बदलाव करते हुए मोदी को 'महान प्रधानमंत्री' बताया और इस बात पर जोर दिया कि वे हमेशा दोस्त रहेंगे. मोदी ने भी ट्रंप की भावनाओं और भारत-अमेरिका संबंधों पर उनके सकारात्मक आकलन की सराहना करते हुए पूरा समर्थन जताया.
ट्रंप ने पहले भी रूस के साथ भारत की व्यापार और ऊर्जा संबंधों की आलोचना की थी. उन्होंने वाशिंगटन और नई दिल्ली के रिश्तों को 'एकतरफा' बताया था. इसी कड़ी में अमेरिका ने भारत के रूसी तेल की खरीद के जवाब में भारतीय निर्यात पर टैरिफ दोगुना करके 50 प्रतिशत कर दिया. हालांकि, ट्रंप ने माना कि भारत ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ शून्य करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने इसे बहुत देर से उठाया गया कदम बताया. भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने भी चेतावनी दी थी कि ये टैरिफ इस साल भारत की जीडीपी में आधा प्रतिशत तक की गिरावट ला सकते हैं.
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2024 में अमेरिका-भारत का द्विपक्षीय व्यापार 129 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा, जिसमें अमेरिका को 45.8 अरब डॉलर का घाटा होगा. इस पृष्ठभूमि में ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उनका प्रशासन भारत के साथ व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए है. उन्होंने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए भरोसा जताया कि आने वाले हफ्तों में प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत होगी और यह वार्ता दोनों देशों के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगी. ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत और अमेरिका एक सफल निष्कर्ष तक आसानी से पहुंच सकते हैं.