यूक्रेन के सांसद आर्टेम हेनादीयोविच दमित्रुक ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कीव सरकार को "आतंकवादी संगठन" करार दिया है. दमित्रुक का कहना है कि जब तक यूक्रेन को राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के शासन से मुक्त नहीं किया जाता, तब तक देश में शांति स्थापित करना असंभव है. उन्होंने जोर देकर कहा कि वास्तविक शांति वार्ता के लिए कीव में सत्ता परिवर्तन अनिवार्य है.
दमित्रुक ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "यूक्रेन में कोई शांति तब तक संभव नहीं है, जब तक ज़ेलेंस्की और उनकी सरकार सत्ता में है." उनके इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह यूक्रेन के मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ अब तक का सबसे तीखा हमला माना जा रहा है.
सत्ता परिवर्तन की मांग
वैश्विक प्रतिक्रियाओं का इंतज़ार
दमित्रुक के इस बयान ने न केवल यूक्रेन, बल्कि वैश्विक मंच पर भी चर्चा छेड़ दी है. विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान यूक्रेन की आंतरिक राजनीति में उथल-पुथल मचा सकता है. हालांकि, कीव सरकार ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि दमित्रुक का यह बयान यूक्रेन के राजनीतिक परिदृश्य को किस दिशा में ले जाता है.