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India Daily

असीम मुनीर को कोई न्योता नहीं दिया गया: अमेरिका ने निकाली पाकिस्तानी आर्मी चीफ के यूएस परेड में गेस्ट बनने के दावे की हवा

असीम मुनीर को अमेरिकी परेड में अतिथि के तौर पर निमंत्रण मिलने को कांग्रेस ने मोदी सरकार की कूटनीतिक असफलता बताया था.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Pakistani military chief Asim Munir not invited to attend US parade says White House

व्हाइट हाउस ने उन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिनमें दावा किया गया था कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर सहित किसी भी विदेशी सैन्य नेता को अमेरिकी सेना के 250वें स्थापना दिवस के अवसर पर वाशिंगटन में आयोजित होने वाली परेड में आमंत्रित किया गया है.
  
ट्रंप के जन्मदिन पर होगी परेड

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा, "यह झूठ है. किसी भी विदेशी सैन्य नेता को आमंत्रित नहीं किया गया." यह बयान दक्षिण एशिया से आई कई मीडिया रिपोर्ट्स के जवाब में दिया गया, जिनमें दावा किया गया था कि असीम मुनीर 14 जून को होने वाले इस समारोह में सम्मानित अतिथि होंगे. यह तारीख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का 79वां जन्मदिन भी है.  

भारत के लिए कूटनीतिक झटका
रैंड कॉरपोरेशन के वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक डेरेक ग्रॉसमैन ने इस कथित आमंत्रण की आलोचना की और इसे भारत के लिए "कूटनीतिक झटका" करार दिया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा, "भारत के लिए, ट्रम्प प्रशासन का पाकिस्तानी फील्ड मार्शल असीम मुनीर को निमंत्रण देना एक भारत-विरोधी आतंकवादी को आमंत्रित करने के समान है." 
 
कांग्रेस ने भी बोला था हमला
भारत की विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इसे मोदी सरकार के लिए कूटनीतिक असफलता बताया. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "असीम मुनीर, जिन्होंने भड़काऊ, उत्तेजक और विवादास्पद बयान दिए, दो-राष्ट्र सिद्धांत, हिंदू और मुस्लिमों के बारे में बात की, और जिनके बयान का 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई घटना से सीधा संबंध है, उन्हें अमेरिका में 14 जून को अमेरिकी सेना दिवस के लिए विशेष निमंत्रण मिलना समझ से परे है."
  
पाकिस्तानी समुदाय का विरोध
मुनीर की कथित यात्रा के विरोध में, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की अमेरिकी इकाई ने शनिवार को वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास के सामने एक विरोध रैली की घोषणा की. पीटीआई यूएसए ने कहा, "पीटीआई यूएसए, 12 से अधिक पाकिस्तानी डायस्पोरा संगठनों के साथ, वाशिंगटन डीसी में एक विशाल विरोध प्रदर्शन कर रहा है ताकि पाकिस्तान में अघोषित मार्शल लॉ का विरोध किया जाए और स्वतंत्र व निष्पक्ष पाकिस्तान के लिए आवाज उठाई जाए."