UN में पाकिस्तान की 'इंटरनेशनल बेइज्जती', रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की 7 बार जुबान लड़खड़ाई, वीडियो देखकर नहीं रुकेगी हंसी

Pakistan Defense Minister Khawaja Asif UN speech fails: संयुक्त राष्ट्र (UN) में ‘AI इनोवेशन डायलॉग’ के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का भाषण चर्चा का केंद्र बन गया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की अध्यक्षता वाली इस बैठक में आसिफ के शब्दों का गलत उच्चारण और बार-बार अटकने ने सबका ध्यान खींचा. नेटिज़न्स के अनुसार, उन्होंने कम से कम सात बार गलतियां कीं. 

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Anubhaw Mani Tripathi

Pakistan Defense Minister Khawaja Asif: संयुक्त राष्ट्र (UN) में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. दरअसल, ‘AI इनोवेशन डायलॉग’ के दौरान उन्होंने कई बार शब्दों का गलत उच्चारण किया और वाक्यों में अटकते रहे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आसिफ की गलतियां चर्चा का विषय बन गईं.

नेटिज़न्स के मुताबिक, उन्होंने कम से कम सात बार गलती की. भाषण के दौरान उन्होंने “breathtaking pace” की जगह “breathtaking space” कह दिया, “risk” को “riks” बोला और “development” की जगह “developend” कह बैठे.

ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा

आसिफ ने अपने बयान में यह भी कहा कि अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए वैश्विक स्तर पर नियम और सुरक्षा मानक नहीं बने, तो यह डिजिटल खाई को और गहरा कर सकती है और विश्व शांति के लिए गंभीर खतरा बन सकती है. लेकिन इस दौरान भी उनके कई शब्द गड़बड़ा गए. भारत-पाकिस्तान तनाव और मई में हुई ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए भी आसिफ अपनी बात स्पष्ट ढंग से नहीं रख पाए. उन्होंने कहा कि हालिया संघर्ष में पहली बार एआई-आधारित हथियारों, जैसे लोइटरिंग म्युनिशन और तेज़ रफ्तार डुअल कैपेबल क्रूज़ मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ, लेकिन वाक्य गड़बड़ा गए और संदेश अस्पष्ट हो गया.

यूज़र ने लिए मजे 

सोशल मीडिया पर लोग इस पर जमकर मज़ाक कर रहे हैं. एक यूज़र ने लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर ने इन्हें हिला कर रख दिया है.” वहीं दूसरे ने तंज कसते हुए कहा, “ये एक वाक्य भी ठीक से नहीं बोल सकते.” एक और ने बॉलीवुड स्टाइल में चुटकी ली.अरे कहना क्या चाहते हो?” गौरतलब है कि भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसमें सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद कई आतंकी ढांचों को ध्वस्त कर दिया था. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी.