पहलगाम हमले के बाद क्या होगा तीसरा विश्वयुद्ध? नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी ने खोले कई राज
Pahalgam Terror Attack: नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में तीसरे विश्वयुद्ध के बारे में कहा था. जब से पहलगाम में हुआ आतंकी हमला सामने आया तब से नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी पर सबका ध्यान जा रहा है.

Nostradamus Predictions: फ्रांस के फेमस भविष्यवक्ता और लेखक नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां सुर्खियों चर्चा में बनी रहती हैं. अब एक बार फिर से उनका नाम सुर्खियों में है. उन्होंने तीसरे विश्वयुद्ध के बारे में कहा था. जब से पहलगाम में हुआ आतंकी हमला सामने आया तब से नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी पर सबका ध्यान जा रहा है.
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार, 2012 से 2025 के बीच तीसरा विश्वयुद्ध हो सकता है. उन्होंने बताया था कि इस युद्ध में अनीश्वरवादियों और ईश्वरवादियों के बीच संघर्ष होगा और एक मुक्तिदाता शांतिदूत बनकर आएगा. यह शांतिदूत यूरोप नहीं, बल्कि एशिया से होगा और समुद्र से घिरे क्षेत्र में जन्म लेगा.
क्या नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी भारत से जुड़ी है?
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह भविष्यवाणी भारत से जुड़ी हो सकती है, क्योंकि भारत तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है. इसके अलावा नास्त्रेदमस ने एक और भविष्यवाणी की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि पांच नदियों के लिए प्रसिद्ध द्वीपीय राष्ट्र में एक महान नेता का जन्म होगा, जो शत्रु को समाप्त करेगा. इसे भारत से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि पंजाब में पांच नदियों का संगम होता है और वर्तमान में सिंधु जल समझौते पर विवाद हो रहा है.
नास्त्रेदमस और नरेंद्र मोदी का कनेक्शन
फ्रांस के स्तंभकार फ्रैंकोइस गॉटियर के अनुसार, नास्त्रेदमस ने 450 साल पहले भविष्यवाणी की थी कि भारत का नेतृत्व 2014 से 2026 तक एक ऐसे व्यक्ति द्वारा होगा, जिसे लोग शुरुआत में नापसंद करेंगे, लेकिन बाद में वह इतनी लोकप्रियता प्राप्त करेगा कि वह लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहेगा. फ्रैंकोइस ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ा था.
तीसरे विश्वयुद्ध के संकेत
नास्त्रेदमस ने कहा था कि जब दुनिया धर्म के नाम पर संघर्ष कर रही होगी, तब यह युद्ध शुरू होगा. आजकल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, पश्चिम एशिया, रूस, यूरोप, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका जैसे कई हिस्सों में धर्म के नाम पर संघर्ष हो रहे हैं और पहलगाम हमले में भी आतंकवादियों ने धर्म पूछकर मासूमों की हत्या की थी. क्या यह तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत का संकेत है? दुनिया भर में धार्मिक कट्टरता और संघर्ष के बढ़ते माहौल को देखते हुए, नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी पर फिर से सवाल उठने लगे हैं.