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India Daily

इस मुस्लिम देश में गर्मी में मचने वाला है 'हाहाकार', 46 ड्रिगी तापमान में जीने को मजबूर होंगे लोग, भारतीयों के लिए बढ़ी टेंशन

UAE एक भीषण वीकेंड के लिए तैयार है, दुबई और अबू धाबी में तापमान 46°C तक पहुँचने की उम्मीद है. राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने उड़ती धूल की चेतावनी दी है और निवासियों से सावधानी बरतने का आग्रह किया है. अधिकारियों ने लंबी अवधि की भीषण गर्मी के दौरान बाहरी गतिविधियों को सीमित करने, पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है.

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Edited By: Mayank Tiwari
UAE Heat alert
Courtesy: x

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) इस वीकेंड भीषण गर्मी की चपेट में आने वाला है, क्योंकि मौसम विभाग ने दुबई और अबू धाबी जैसे प्रमुख शहरों में तापमान के 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की भविष्यवाणी की है. राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (एनसीएम) ने निवासियों और पर्यटकों को विशेष रूप से दिन के चरम समय में तीव्र गर्मी से बचने के लिए कड़े उपाय करने की सलाह दी है. गर्मी के साथ-साथ ह्यूमिडिटी और उड़ती धूल की स्थिति असुविधा और स्वास्थ्य जोखिमों को और बढ़ाएगी. संयुक्त अरब अमीरात में आई इस आफत के चलते भारतीय कामकारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुबई में वर्तमान में अत्यधिक गर्म मौसम है, जहां दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस और रात का न्यूनतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रह रहा है, जिससे रातें भी असहज हो रही हैं. अबू धाबी में भी समान स्थिति है, जहां तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास है और रात का न्यूनतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के करीब रहता है. मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार तक दोनों शहरों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जो इस गर्मी के सबसे गर्म दौरों में से एक होगा.

तटीय शहरों में हाई ह्यूमिडिटी के कारण गर्मी का अहसास बढ़ेगा 

यूएई के आंतरिक क्षेत्रों में तापमान और भी अधिक है, वहीं, कुछ जगहों पर 42 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है. जबकि, पहाड़ी इलाके अपेक्षाकृत ठंडे हैं, लेकिन वहां भी तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के मध्य से निचले स्तर पर है. तटीय शहरों में हाई ह्यूमिडिटी के कारण गर्मी का अहसास और बढ़ेगा, जिससे हीट स्ट्रेस का खतरा बढ़ सकता है. दक्षिण-पश्चिमी से उत्तर-पूर्वी दिशा में चलने वाली 35 से 40 किमी/घंटा की गति वाली हवाएं धूल और धुंध का कारण बनेंगी, जिससे सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर दृश्यता काफी कम हो सकती है.

धूल भरी आंधी और स्वास्थ्य जोखिम

पूर्वी और उत्तरी क्षेत्रों में धूल भरी आंधी की आशंका है, जो हवा की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं. संवेदनशील समूहों के लिए स्वास्थ्य चेतावनी जारी की गई है. धूल के अचानक बादलों के कारण ड्राइविंग की स्थिति खतरनाक हो सकती है, इसलिए चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. 

स्वास्थ्य और सुरक्षा सलाह

इस चरम गर्मी के दौरान सुरक्षित रहने के लिए अधिकारियों ने कई उपाय सुझाए हैं:

हाइड्रेशन और गतिविधियां: दिन के सबसे गर्म समय, यानी सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहरी गतिविधियों से बचें. पर्याप्त पानी पीकर डिहाइड्रेशन और गर्मी से संबंधित बीमारियों को रोकें.

कपड़े और सुरक्षा: हल्के, सांस लेने योग्य कपड़े पहनें, सनस्क्रीन, धूप का चश्मा और टोपी का उपयोग करें ताकि सनबर्न और हीट एग्जॉर्शन से बचा जा सके.

संवेदनशील समूह: बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों को घर के अंदर रखें, क्योंकि ये गर्मी के तनाव के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील हैं.

ड्राइविंग सावधानी: धूल भरी स्थिति और कम दृश्यता के कारण ड्राइविंग करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतें.

शीतलन उपाय: घर के अंदर एयर कंडीशनिंग या पंखों का उपयोग करके आरामदायक तापमान बनाए रखें. नियोक्ताओं और बाहरी मजदूरों से अनुरोध किया गया है कि वे काम के घंटों को दिन के ठंडे समय में समायोजित करें और पर्याप्त आराम व हाइड्रेशन ब्रेक प्रदान करें.

लंबे समय तक गर्मी और जलवायु परिवर्तन

यह भीषण गर्मी यूएई में 14 दिनों के गहन ग्रीष्मकालीन मौसम का हिस्सा है, जिसमें बार-बार धूल भरी आंधी और तटीय क्षेत्रों में हाई ह्यूमिडिटी शामिल है. इस साल वसंत में यूएई ने अपने इतिहास का सबसे गर्म मौसम दर्ज किया, जब अगस्त की शुरुआत में स्वीहान जैसे आंतरिक स्थानों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया.

विशेषज्ञों का कहना है कि खाड़ी क्षेत्र में गर्मी की तीव्रता और अवधि में जलवायु परिवर्तन के व्यापक प्रभावों का परिणाम है. ऐसे में स्थानीय लोगों से आग्रह किया गया है कि वे सतर्क रहें और इस चुनौतीपूर्ण मौसम से निपटने के लिए आधिकारिक दिशानिर्देशों का पालन करें.