Mali Gold Mine Collapse latest updates: अफ्रीकी देश माली में सोने की खदान ढहने से 70 लोगों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. फिलहाल, घटनास्थल पर रेस्क्यू जारी है. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि पिछले शुक्रवार को एक सोने की खदान ढहने से दक्षिण पश्चिम माली में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई. बताया गया कि हादसा ऐसे इलाके में हुआ, जहां अक्सर खनन दुर्घटनाओं की आशंका रहती है. माली के खान मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि दक्षिण-पश्चिमी कौलिकोरो क्षेत्र के कंगाबा जिले में हुए हादसे में 70 लोगों की मौत हो गई.
मंत्रालय ने हादसे के बाद खनन में जुटे कर्मियों से सभी तरह की जरूरी सुरक्षा निर्देशों के पालन की अपील की है. मंत्रालय के प्रवक्ता बे कूलिबली ने कहा कि सोने के खदान में घुसे श्रमिकों ने सुरक्षा को लेकर जारी दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया था. कूलिबली ने कहा कि हमने कई मौकों पर चेतावनी जारी की थी.
उधर, माली की सरकार ने शोकाकुल परिवारों और माली के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. अल जजीरा के अनुसार, सरकार ने खनन स्थलों के पास रहने वाले लोगों और सोने की खदान में काम करने वाले लोगों से सुरक्षा निर्देशों का ईमानदारी से पालन करने और खनन के लिए निर्धारित किए गए क्षेत्र के अंदर ही खनन करने की अपील की.
वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका के बीच रेस्क्यू जारी है. माली की सरकार के राष्ट्रीय भूविज्ञान और खनन निदेशालय के एक सीनियर अधिकारी करीम बर्थे ने एसोसिएटेड प्रेस को घटना के संबंध में सभी जानकारियां दी और इसे हादसा बताया. घटनास्थल पर मौजूद माली चैंबर ऑफ माइन्स के अध्यक्ष अब्दुलाये पोना के अनुसार, खदान के ढहने के समय अंदर करीब 100 लोग थे. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिमी कौलिकोरो क्षेत्र के कंगाबा जिले में हुई दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, अफ्रीकी देशों में सोना उत्पादन के मामले में माली तीसरे नंबर पर है. कहा जा रहा है कि माली में ऐसी घटना आम है. खनन करने वाले अक्सर अवैध रूप से सोने की खदान में घुस जाते हैं और इस दौरान सुरक्षा निर्देशों का भी पालन नहीं किया जाता, जिससे इस तरह के हादसे होते हैं. खनन निदेशालय के अधिकारी बर्थे ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचने के लिए सरकार को कड़े निर्देश जारी करने चाहिए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल के कुछ वर्षों में ऐसी आशंका रही है कि उत्तरी माली में अवैध खनन से इस इलाके में एक्टिव चरमपंथियों को आर्थिक रूप से फायदा होता है. बता दें कि माली के 20 लाख से अधिक लोग यानी 10 फीसदी आबादी आय के लिए खनन पर निर्भर है. माली के खान मंत्रालय का अनुमान है कि देश में 800 टन सोने का भंडार है.