नई दिल्ली. नॉर्थ कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने रूस पहुंच चुके हैं. पूरी दुनिया की निगाहें दोनों नेताओं के बीच होने वाली मुलाकात पर टिकी हुई है. यूक्रेन युद्ध के बीच होने वाली इस बातचीत को लेकर अमेरिका ने पहले ही उत्तर कोरिया को चेताया है कि अगर सैन्य उपकरणों को लेकर कोई भी डील हुई तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. हालांकि, इसके बावजूद भी किम जोन रूस में एंट्री ले चुके हैं. किम जोंग उन से मुलाकात करने से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा बयान दिया है. इस बयान से वैश्विक स्तर पर हड़कंप मच गया है. पुतिन ने बयान देते हुए कहा है कि यूक्रेन न्यूक्लियर तबाही चाहता है.
दो सनकियों का होगा मिलन!
आपको बता दें कि तानाशाह किम जोंग उन अपनी बख्तरबंद ट्रेन से रूस के बंदरगाह शहर व्लादिवोस्तोक पहुंच गया है. उनकी ये ट्रेन इस समय सुर्खियां भी बटोर रही है. व्लादिवोस्तोक में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात होगी. दोनों नेताओं के बीच होने वाली इस मुलाकात का मकसद सैन्य हथियारों की खरीद फरोख्त बताई जा रही है. सूत्रों की मानें तो उत्तर कोरिया से रूस मिसाइलों की डल कर सकता है. इसके साथ-साथ दोनों के बीच विभिन्न प्रकार के सैन्य उपकरणों को लेकर लंबी चर्चा हो सकती है. इस चर्चा से पहले रूसी राष्ट्रपति के बयान से दुनिया में खलबली मच गई है.
कहा जा रहा है कि पुतिन ने परमाणु हमले की धमकी यूक्रेन के हमले के बाद दिया है. आपको बता दें कि हाल ही में यूक्रेन ने रूस पर हमला किया है. इस हमले में उसने न्यूक्लियर प्लांट को उड़ाने की थी. इसी से रूस बहुत चिढ़ गया है. अगर यूक्रेन अपने मिसाइल हमलों से रूस का न्यूक्लियर प्लांट तबाह कर देता तो रूस भी यूक्रेन के न्यूक्लियर प्लांट पर हमला कर सकता था. रूस के न्यूक्लियर प्लांट को तबाह करने वाले ऑपरेशन को यूक्रेनियन सेना के स्पेशल फोर्स ने अंजाम दिया था. हालांकि, यह सक्सेसफुल नहीं हो पाया.
पश्चिमी देशों की बढ़ी चिंता
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर के बीच होने वाली बैठक ने पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ा दी है. इस मीटिंग में रूस और नॉर्थ कोरिया के बीच हथियारों की डील हो सकती है. इस बैठक में दोनों देशों के सैन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जियोन ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह को लेकर बताया कि किम की ट्रेन मंगलवार की सुबह रूस पहुंच चुकी है.
दोनों देशों पर कई तरह के अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. अमेरिका दोनों का दुश्मन है. ऐसे में रूस और उत्तर कोरिया और रूस अमेरिका को मुंह दिखाने के लिए कोई बड़ा कदम भी उठा सकते हैं. इनके मिलने से दुनिया के कई बड़े मुल्क परेशानी में है. इस मीटिंग में परमाणु हथियार को लेकर भी चर्चा हो सकती है जो पूरे दुनिया के लिए खतरा साबित हो सकता है.
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