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Japan Moon Mission  SLIM: जापान के मून मिशन ने पूरा चंद्रयान-3 का काम किया, अंतरिक्ष में रच दिया नया इतिहास 

Japan Moon Mission SLIM: जापान के मून मिशन SLIM ने चांद की सतह पर एक नया इतिहास रच दिया है.भारत की तरह चांद के दक्षिणी ध्रुव में सफल लैंडिंग करके जापान मून पर सफल लैंडिंग करने वाला 5वां देश बन गया था.

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Japan Moon Mission SLIM: जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने सोमवार को बताया कि उसके मून मिशन 'स्लिम' के लैंडर ने चांद की सबसे भयानक सर्दी वाली रात में सर्वाइव कर एजेंसी से फिर से कनेक्शन इस्टैब्लिश कर लिया है. 19 जनवरी को जापान के स्पेसक्राफ्ट ने चांद की सतह पर लैंडिंग करके इतिहास रचा था.

जापान ने स्मार्ट लैंडर फॉर इनवेस्टिगेंटिग मून (SLIM) को चांद की धरती पर उतारकर ऐसा करने वाला दुनिया का पांचवां देश बना था. लैंडिंग करने के बाद लैंडर गिर गया था लेकिन जापान के वैज्ञानिकों ने इसे फिर से खड़ा कर दिया था.


एजेंसी ने आगे लिखा कि कुछ समय के लिए SLIM के साथ कमुनिकेशन रोकना पड़ा क्योंकि चांद पर अभी तेज धूप है. संचार उपकरण का तापमान बहुत ज्यादा है. एक बार जब उपकरण का तापमान औसत हो जाएगा तो फिर से संचार स्थापित कर परिचालन शुरू किया जाएगा.

बीते महीने लैंडिंग के बाद जापान के मून मिशन SLIM में लगा सोलर पैनल चार्ज नहीं हो पा रहा था. दरअसल, सोलर पैनल सूर्य की लाइट की दिशा में नही था. हालांकि, एक सप्ताह बाद सूरज के प्रकाश की दशा में बदलाव हुआ तो उसके पैनल में दोबारा से बिजली आ गई थी.

जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने बताया था कि SLIM को चांद की रात जीवित रहने के लिहाज से डिजाइन नहीं किया गया था.

1 फरवरी 2024 को चांद का मून मिशन सो गया था. क्योंकि चांद पर रात हो चुकी थी और कड़ाके की ठंड पड़ रही थी. ठीक इसी प्रकार 23 अगस्त को लैंड करने के बाद भारत का चंद्रयान-3 मिशन काम किया था लेकिन जैसे ही चांद पर रात हुई और 20 सितंबर को सूरज उगा तो चंद्रयान-3 से संपर्क नहीं हो पाया. इसरो के मैसेज को चंद्रयान-3 ने कोई रिस्पांस नहीं दिया. हालांकि भारत के मिशन ने अपने काम को अंजाम दे दिया था. अगर चंद्रयान-3 से दोबारा से संपर्क हो पाता तो यह बोनस होता.

भारत के चंद्रयान-3 के अधूरे काम का जापान के  SLIM ने पूरा कर दिया है. उसने दोबारा से अपनी एजेंसी से संचार स्थापित कर लिया है. जापानी स्पेस एजेंसी JAXA (Japan Aerospace Exploration Agency) अब लैंडर का परिचालन शुरू कर जरूरी जानकारी जुटाएगी.