Bullet Train In India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापान दौरे के दौरान वहां की प्रसिद्ध शिंकानसेन बुलेट ट्रेन का सफर किया. इस यात्रा के दौरान उनके साथ जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा भी मौजूद रहे. इस दौरे में खास ध्यान भारत में प्रस्तावित बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर रहा, जो मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली है.
भारत में हाई-स्पीड रेल का सपना कई सालों से देखा जा रहा है और अब यह धीरे-धीरे हकीकत में बदल रहा है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना 508 किलोमीटर लंबी होगी और यह दूरी सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में तय होगी. फिलहाल इस प्रोजेक्ट का पहला सेक्शन गुजरात में 2027 तक शुरू होने की उम्मीद है और पूरी रूट 2028 तक चालू हो सकती है.
JR East announced the E10 series, the next-gen Tohoku Shinkansen, set to replace the E2/E5. Design is underway, with first units arriving after autumn 2027 and commercial operations starting in 2030.
Key Features of the E10 Series:
•Safety Enhancements: The E10 series… pic.twitter.com/tAzBdHhUBq— Japan Station (@JPNStation) March 4, 2025Also Read
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इस परियोजना पर भारतीय रेलवे और जापान की अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी ने लंबे अध्ययन के बाद समझौता किया था. जापान ने इस योजना के लिए 80 प्रतिशत फंडिंग सॉफ्ट लोन के जरिए देने का वादा किया है. हालांकि शुरुआत में कुछ देरी हुई, लेकिन अब काम तेजी से चल रहा है.
बुलेट ट्रेन की पहचान उसकी रफ्तार और सुरक्षा से होती है. कोई भी ट्रेन तभी बुलेट ट्रेन कहलाती है जब उसकी गति 250 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा हो और उसके लिए अलग ट्रैक बनाए जाएं. जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन विश्वभर में प्रसिद्ध है. भारत के लिए शुरू में E5 सीरिज की ट्रेन लाने की योजना थी, लेकिन अब जापान ने नई पीढ़ी की E10 शिंकानसेन ट्रेन ऑफर की है. इसका डिजाइन जापान के मशहूर सकुरा फूल से प्रेरित है और यह भूकंप-रोधी है. यानी अगर भूकंप आता भी है तो ट्रेन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
E10 शिंकानसेन की अधिकतम गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन तकनीकी रूप से यह 360 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक चल सकती है. भारत के लिए इसमें कुछ खास बदलाव किए जाएंगे, जैसे ज्यादा सामान रखने की जगह और व्हीलचेयर के लिए सुविधा. पीएम मोदी और जापानी पीएम इशिबा ने इस यात्रा के दौरान भारत में अन्य हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट्स की संभावना पर भी चर्चा की. भविष्य में दिल्ली से अमृतसर और पुणे से अहमदाबाद जैसी रूट्स पर भी ऐसी बुलेट ट्रेनें चलाई जा सकती हैं. इस परियोजना के पूरा होने से भारत की परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा और लोग कम समय में लंबी दूरी तय कर सकेंगे.