PM Modi In Bullet Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने जापान दौरे के दूसरे दिन जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा और अन्य अधिकारियों के साथ बुलेट ट्रेन में सवार हुए और टोक्यो से सेंडाई तक की यात्रा की. यह यात्रा भारत-जापान की तकनीकी साझेदारी का प्रतीक मानी जा रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान जापान की आधुनिकतम बुलेट ट्रेन ALFA-X का अवलोकन किया. उन्हें JR ईस्ट के चेयरमैन ने इसकी विशेषताओं और तकनीकी क्षमताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. भारत वर्तमान में अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम कर रहा है, ऐसे में जापानी अनुभव भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. मोदी ने ट्रेन में भारतीय ऑपरेटरों और ड्राइवरों से भी मुलाकात की, जो जापान में प्रशिक्षण ले रहे हैं.
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने ट्वीट किया, "जे.आर. ईस्ट में प्रशिक्षण ले रहे भारतीय ट्रेन चालकों को बधाई।" pic.twitter.com/Whi9hyXP80
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 30, 2025Also Read
- ‘ये टैरिफ एक भूल है, अमेरिकी ब्रांड गर्त में हैं…’ भारत में लगाए गए शुल्क को लेकर जेक सुलिवन का बड़ा बयान
- PM Modi Japan Visit: 'भारत और चीन मिलकर ला सकते हैं वैश्विक शांति एवं समृद्धि...,' जापान से पीएम मोदी ने दिया बड़ा संदेश
- US Trade Deficit: 'टैरिफ हटा तो बर्बाद होगा अमेरिका...,' ट्रंप ने अदालत के फैसले को किया खारिज, जानें वजह
जापानी प्रधानमंत्री इशिबा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि उन्होंने मोदी जी के साथ यह यात्रा की और ALFA-X की जानकारी साझा की. यह मुलाकात दोनों देशों की साझेदारी और गहरी दोस्ती को दर्शाती है.
जापान के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री मोदी के साथ सेंडाई..." pic.twitter.com/pZ8Hm8OppL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 30, 2025
जापान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने टोक्यो में जापान के 16 प्रान्तों के राज्यपालों से भी मुलाकात की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत-जापान की दोस्ती केवल सरकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य और प्रीफेक्चर स्तर पर भी इसे आगे बढ़ाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि व्यापार, उद्यमिता, स्टार्टअप, तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच अपार संभावनाएं मौजूद हैं.
मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि जापान और भारत दोनों ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध हैं. उनका मानना है कि भविष्य की दुनिया टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर आधारित होगी और भारत-जापान की साझेदारी इसमें बड़ी भूमिका निभाएगी.
जापान यात्रा पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी चीन जाएंगे, जहां वे तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस दौरान उनकी मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत अन्य विश्व नेताओं से होगी. यह दौरा भारत की वैश्विक कूटनीति को मजबूत करने के लिहाज से भी अहम है. भारत की बुलेट ट्रेन परियोजना लंबे समय से चर्चा में है और जापानी तकनीक से इसे नई दिशा मिलने की उम्मीद है. मोदी की यह यात्रा भारत-जापान संबंधों को और मजबूत करने के साथ-साथ भारत की तकनीकी प्रगति का भी प्रतीक है.