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'मैं मस्क और जकरबर्ग से भी अमीर हूं, जिहाद के लिए पैसे की कोई कमी नहीं', आतंकी मसूद अजहर का दावा

जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने खुद को मस्क और जकरबर्ग से भी अमीर बताया और कहा कि उनके पास जिहाद के लिए हथियार और संसाधनों की कोई कमी नहीं है.

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Kuldeep Sharma

नई दिल्ली: जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें उसने खुद को दुनिया का सबसे अमीर आदमी बताया है. उसने दावा किया कि वह एलोन मस्क और मार्क जकरबर्ग से भी अधिक संपन्न हैं. 

मसूद ने कहा कि जिहाद के लिए उसके पास धन की कोई कमी नहीं है और हथियार खरीदने से लेकर जिहाद के संचालन तक सभी संसाधन उपलब्ध हैं. यह ऑडियो दिल्ली के हालिया रेड फोर्ट धमाके के संदर्भ में और भी चिंताजनक माना जा रहा है.

मस्क और जकरबर्ग से अमीर

मसूद अजहर ने ऑडियो में कहा, 'मैंने जो जिहाद के लिए मांगा, मुझे मिल गया. हथियार और बंदूकें खरीदने में हमें कोई कमी नहीं है. हमारे पास जिहाद के लिए पर्याप्त धन है.' उसका यह दावा वैश्विक स्तर पर वित्तीय ताकत के इस्तेमाल की ओर इशारा करता है. सुरक्षा एजेंसियां इस ऑडियो को गंभीरता से ले रही हैं और इसे जैश की क्षमता और योजना का संकेत मान रही हैं.

दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ाव

10 नवंबर को दिल्ली के रेड फोर्ट इलाके में हुए धमाके की जांच में पता चला कि संदिग्ध आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर मोहम्मद जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था. जांच में यह भी सामने आया कि धमाके से पहले उमर मोहम्मद और मुजम्मिल शकील तुर्की गए थे और वहां जैश के हैंडलर से मिले थे. अफगानिस्तान आधारित जैश कमांडर ने इन हमलावरों का संचालन किया. इस घटना ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है.

असगर का ऑडियो और जिहाद की योजना

मसूद के भाई और जैश कमांडर मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर का ऑडियो भी पहले सामने आया था. इसमें असगर ने जिहाद को जीवन का उद्देश्य बताया और कहा, 'जिहाद सम्मान लाएगा. अल्लाह ने कहा कि यह समुदाय जिहाद करेगा.' असगर फ्लाइट IC814 हाईजैकिंग का मास्टरमाइंड है और मसूद का भाई है. यह ऑडियो संगठन की रणनीति और विचारधारा को उजागर करता है.

महिला ब्रिगेड की तैयारी

मसूद अजहर के ऑडियो में हथियारों के लिए धन की कोई कमी न होने का दावा करते हुए उसकी बहन सईदा अजहर महिलाओं की ब्रिगेड बनाने की तैयारी कर रही हैं. इस कदम को जैश के नेटवर्क को फिर से मजबूत करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है. संगठन 9 नवंबर, 2025 को कराची में विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रहा है, जिसमें गरीब और युवा महिलाओं को कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित किया जाएगा.

जिहाद और भविष्य की रणनीति

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद की इस योजना से संकेत मिलता है कि संगठन महिलाओं को भी हिंसक गतिविधियों में शामिल करने की तैयारी कर रहा है. मसूद अजहर के अमीरी का दावे और महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर से साफ है कि संगठन लंबी अवधि की रणनीति पर काम कर रहा है, जिससे भारत और पड़ोसी देशों की सुरक्षा चुनौतीपूर्ण बनी रहेगी.