menu-icon
India Daily

डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी इजरायली संसद, नेतन्याहू ने दिया शांति पुरस्कार

 Donald Trump Israel Visit: इजरायल के सांसद कई मिनटों तक डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में तालियां बजाते रहे. उनके चेहरे पर इस त्रासदी को रुकवाने की खुशी साफ दिखाई दे रही थी.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Israeli lawmakers greet Donald Trump with thunderous applause for ceasefire with gaza
Courtesy: x

Donald Trump Israel Visit: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम कराने के बाद सोमवार को इजरायल दौरे पर पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल की संसद में जोरदार तालियों के साथ स्वागत हुआ. दोनों देशों के बीच युद्धविराम कराने के बाद ट्रंप सोमवार को इजरायल की यात्रा पर पहुंचे, उनके इजरायल की संसद को संबोधित से पहले ही इजरायल के सभी सांसद खड़े हो गए और उन्होंने इस भीषण युद्ध को रुकवाने के लिये ट्रंप का जोरदार तालियों के साथ स्वागत किया और उनका आभार प्रकट किया.

तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी इजरायली संसद

इजरायल के सांसद कई मिनटों तक डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में तालियां बजाते रहे. उनके चेहरे पर इस त्रासदी को रुकवाने की खुशी साफ दिखाई दे रही थी. इस दौरान ट्रंप के साथ उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ, दामाद जेरेड कुशनर और बेटी उवांका भी मौजूद थे.

नेतन्याहू ने दिया शांति पुरस्कार

दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप को शांति स्थापित करने के लिए प्रतीक के तौर पर एक सुनहरा कबूतर गिफ्ट किया. गोल्डन पीस पीजन का यह उपहार ट्रंप के लिए बेहद खास माना जा रहा  है.

हमास-इजरायल के बीच खत्म हुई दो सालों से चली आ रही जंग

डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित गाजा पीस डील पर हमास और इजरायल दोनों ओर से सहमती देने के साथ ही इजरायल और गाजा के बीच युद्धविराम लागू हो गया. फिलिस्तीनियों के साथ-साथ इजरायल के लोगों ने भी इस युद्धविराम का जोरदार तरीके से जश्न मनाया. दोनों देशों के बीच पिछले 2 सालों से भीषण युद्ध चल रहा था जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में हजारों मासूम बच्चे भी शामिल थे जिनका कोई कुसूर नहीं था, कई तो ऐसे भी थे जिन्होंने अपनी आंखें तक नहीं खोली थीं.

अपने-अपने देश लौटने लगे बंधक

युद्धविराम के साथ ही हमास और इजरायल दोनों तरफ से बंदियों को छोड़ने का सिलसिला शुरू हो चुका है. दोनों ओर से अब तक सैकड़ों बंधक अपने-अपने देश लौट चुके हैं.