नई दिल्ली: हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमाल बोल दिया. हमास के आतंकी बॉर्डर पार कर के कई शहरों में घुस गए और तबाही मचाई. ऐसा बताया जा रहा है कि इजरायली अधिकारियों ने कथित तौर पर हमास के 7 अक्टूबर के हमले का खाका एक साल से भी पहले देखा था. इजरायली ख़ुफ़िया अधिकारियों को हमलों के लिए 40-पृष्ठ की युद्ध योजना पारित की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार उस हमले पर खुफ़िया विफलताओं के बारे में नए सवाल खड़े हो गए.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस मिशन का नान ग्लाइडर रखा गया था. इसमें सीमा पर स्वचालित मशीनगनों और सुरक्षा कैमरों को खत्म करने के लिए ड्रोन के उपयोग का भी उल्लेख किया गया है - ये तरीके हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इस्तेमाल किए गए थे.रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह योजना "इजरायली सेना और खुफिया नेताओं के बीच व्यापक रूप से प्रसारित की गई लेकिन महत्वाकांक्षी और हमास की क्षमताओं से परे के रूप में खारिज कर दी गई.
रिपोर्ट के अनुसार एक सैन्य मूल्यांकन में कहा गया है कि यह निर्धारित करना अभी तक संभव नहीं है कि योजना पूरी तरह से स्वीकार कर ली गई है या नहीं और इसे कैसे प्रदर्शित किया जाएगा. इसमें कहा गया है कि अगर इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने 7 अक्टूबर को रणनीति को तैनात होने से रोकने के लिए कार्रवाई की होती तो हमले को नाकाम किया जा सकता था.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायली सेना के गाजा डिवीजन ने पिछले साल निष्कर्ष निकाला था कि हमास ने एक नए हमले की योजना बनाने का फैसला किया है जो अपने दायरे में अभूतपूर्व है और इसके बाद "इजरायली क्षेत्र के अंदर बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास" किया जाएगा. सैन्य अधिकारियों को भी हमले की योजना के बारे में पता था. इजरायली प्रधानमंत्री ने शुरुआत में एक ट्वीट में अपने सैन्य और खुफिया प्रमुखों को इल हमले के लिए दोषी ठहराया था.