Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मुल्क के नए विदेश मंत्री होंगे. नई सरकार के गठन के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. लंबे इंतजार के बाद शहबाज शरीफ की 19 सदस्यीय कैबिनेट समिति का गठन कर लिया गया. पाकिस्तान सरकार के सामने घरेलू और बाहरी मोर्चे पर तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कश्मीरी जाति से ताल्लुक रखने वाले डार पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. ईशाक डार तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सबसे भरोसेमंद और पार्टी पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता हैं. विदेशी मामलों की सामान्य समझ के बाद भी उन्हें यह महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है. यह तब और भी अहम हो जाता है जब इस्लामाबाद के अफगानिस्तान और भारत के साथ संबंध सबसे निचले स्तर पर हैं. डार के ऊपर पड़ोसी देशों के साथ मुल्क के रिश्ते सामान्य बनाने की अहम जिम्मेदारी होगी.
भारत द्वारा अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे वाले स्थान को खत्म कर दिया गया था और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध टूट गए जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ा. इस्लामाबाद भारत से बड़ी मात्रा में बेहद कम दरों कई वस्तुओं और कच्चे माल का आयात करता था.
अर्थशास्त्र की समझ रखने वाले इशाक डार ने भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंध बहाल करने की वकालत की है. हालांकि वे मानते हैं कि कश्मीर मुद्दे का समाधान निकाले बिना दोनों के बीच संबंधों की बहाली की उम्मीद करना बेइमानी जैसा है. पाकिस्तान जम्मू कश्मीर मामले का समाधान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार चाहता है. कश्मीर के एकजुटता दिवस पर डार ने एक्स पर कहा कि पाकिस्तान कश्मीर के लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.