अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को सुझाव दिया कि अगर ईरान की मौजूदा सरकार ईरान को फिर से महान नहीं बना सकती है, तो शासन परिवर्तन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. शासन परिवर्तन कहना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन अगर वे ऐसा नहीं कर सकते हैं तो सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए? मेक ईरान ग्रेट अगेन.
अमेरिका ने कल ईरान में 3 परमाणु ठिकानों पर हमला कर इस जंग में एंट्री मार दी है. अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है. इस ऑपरेशन में 7 B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स ने हिस्सा लिया था और बंकर बस्टर बम गिराए.
तेल की कीमतों में उछाल
ईरान में तीन परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमले के बाद बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) में 3 प्रतिशत से अधिक की उछाल आई, जो क्रमशः $81.40 और $78.40 प्रति बैरल पर पहुंच गई दोनों ही पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए. इक्विटी बाजारों में, S&P 500 वायदा 0.5 प्रतिशत गिरा, जबकि नैस्डैक वायदा 0.6 प्रतिशत गिरा. जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों के MSCI के सबसे बड़े सूचकांक में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आई, और जापान के निक्केई में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आई.
अमेरिकी हमलों पर ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान के यूएन राजदूत आमिर सईद इरावानी ने रविवार को यूएन सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक में कहा कि ईरान ने युद्धोन्मादी अमेरिकी शासन को बार-बार चेतावनी दी थी कि वह इस दलदल में न फंसे. ईरान पर बमबारी के फैसले के बाद ट्रम्प को अपने देश में ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है.