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India Daily

सीजफायर से पहले हमास ने बंधकों की हत्या की चेतावनी दी, इजरायल में मचा हड़कंप

Israel Hamas War: गाजा में बंधकों की स्थिति और इस संघर्ष में उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है. इन बंधकों की जान को खतरे में डालने वाली किसी भी कार्रवाई का गंभीर परिणाम हो सकता है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस पर ध्यान देने के लिए मजबूर हो गया है.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Hamas warns intensified IDF strikes before ceasefire kill Israeli hostages
Courtesy: Social Media

Israel Hamas War:  गाजा में जारी संघर्ष के बीच, एक अहम मोड़ पर, हमास ने इजरायल को चेतावनी दी है कि यदि युद्धविराम से पहले इजरायल ने अपने हमले जारी रखे तो वे बंधकों की हत्या कर सकते हैं. यह बयान दोनों संगठनों के विभिन्न प्रवक्ता द्वारा दिया गया है, और इससे तनाव और बढ़ गया है.

पिछले कुछ दिनों से, गाजा क्षेत्र में संघर्ष को लेकर कई गम्भीर घटनाएँ सामने आई हैं. इस्लामिक जिहाद के सैन्य प्रवक्ता अबू हम्जा ने कहा है कि यदि इजरायल ने अपनी हवाई हमलावरों और अन्य सैन्य कार्रवाई को जारी रखा तो बंधकों की जान खतरे में पड़ सकती है. उन्होंने विशेष रूप से इजरायल के परिवारों से अपील की कि वे इजरायली सैन्य अधिकारियों से कहें कि वे बमबारी रोकें, क्योंकि यह बंधकों की हत्या का कारण बन सकता है.

युद्धविराम कब लागू होगा

यह बयान उस समय आया है जब एक सीजफायर की घोषणा की गई है, जो कल सुबह 8 बजे से लागू होगा. इस संघर्ष विराम से पहले की अंतिम घड़ी में दोनों पक्षों के बीच संघर्ष में तेज़ी आई है. इस्लामिक जिहाद और हमास दोनों ही इस समय अपने कब्जे में बंधक रखे हुए हैं, और इन बंधकों की सुरक्षा को लेकर दोनों संगठनों ने गंभीर चिंता जताई है.

इजरायल के सैन्य हमले और उसके परिणाम

गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई ने भारी तबाही मचाई है, और नागरिकों, विशेष रूप से बंधकों, की सुरक्षा को लेकर चिंता गहराई है. इस्लामिक जिहाद और हमास ने एकजुट होकर चेतावनी दी है कि इजरायली हमले जारी रखने पर वे अपनी पकड़ में रखे गए लोगों की हत्या कर सकते हैं, जो उनके लिए एक गंभीर मामला बन सकता है.

युद्धविराम के बाद क्या होगा?

अब जब सीजफायर की तारीख तय की जा चुकी है, तो यह देखना बाकी है कि क्या यह संघर्ष पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा या फिर जल्द ही पुनः भड़क जाएगा. इस युद्धविराम के बाद दोनों पक्षों के बीच संभावित शांति वार्ता की दिशा में कदम बढ़ सकते हैं, लेकिन यह केवल समय ही बताएगा कि वास्तविक शांति स्थापित हो पाती है या नहीं.