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India Daily

गाजा में इजरायल की सेना ने रात में मचाया कहर, 45 की मौत, मरने वालों में महिलाओं समते एक हफ्ते का बच्चे भी शामिल

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय, जो हमास द्वारा संचालित है,उनका कहना है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले से शुरू हुए संघर्ष में अब तक गाजा पट्टी में 53,500 से अधिक लोग मारे गए या मृत माने जा रहे हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
गाजा पर इजरायली हमला जारी
Courtesy: Social Media

गाजा पट्टी एक बार फिर लहूलुहान हो गई है. गाजा प्रशासन ने दावा किया है कि इजरायल के रातभर और आज सुबह हुए हवाई हमलों में कम से कम 45 लोग मारे गए, जिनमें कई महिलाएं और एक सप्ताह का नवजात शिशु शामिल हैं. इस तबाही की बात अब अंतरराष्ट्रीय मंचों तक जा पहुंची है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के अनुसार, मृतकों में आम नागरिक और सशस्त्र लड़ाकों के बीच कोई अंतर नहीं बताया गया है. इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय, जो हमास द्वारा संचालित है,उनका कहना है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले से शुरू हुए संघर्ष में अब तक गाजा पट्टी में 53,500 से अधिक लोग मारे गए या मृत माने जा रहे हैं.

नागरिक हताहतों को कम करने की कोशिश

इजरायल ने कहा कि वह नागरिक हताहतों को कम करने के लिए कदम उठाता है और हमास को इसके लिए जिम्मेदार ठहराता है. इजरायल का दावा है कि हमास नागरिक बुनियादी ढांचे, जैसे शिविरों, अस्पतालों और स्कूलों में गहराई से घुसा हुआ है और वहां से अपनी गतिविधियां संचालित करता है. 

हमास और गाजा के बीच युद्ध की कैसे हुई शुरुआत!

7 अक्टूबर, 2023 को हमास के आतंकी हमले ने इस संघर्ष को भड़काया, जिसके बाद इजरायल ने गाजा में व्यापक सैन्य अभियान शुरू किया. इस युद्ध ने गाजा पट्टी में भारी तबाही मचाई है, जिसमें हजारों लोग विस्थापित हुए और बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचा. 

पोप लियो ने गाजा में मानवीय सहायता के लिए की अपील 

वेटिकन में, पोप लियो ने अभी एक संबोधन दिया है जिसमें उन्होंने गाजा में "पर्याप्त मानवीय सहायता" की अनुमति देने की अपील की है. सेंट पीटर्स स्क्वायर में सभा के दौरान पोप लियो ने कहा, "गाजा पट्टी की स्थिति दिन पर दिन अधिक चिंताजनक और पीड़ादायक होती जा रही है. उन्होंने कहा, "मैं इजरायल से अपील करता हूं कि गाजा के भीतर मानवीय मदद को अंदर जाने की अनुमति दी जाए. वहां सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्गों, बीमारों और बच्चों को हो रही है.