Paris Climate Agreement: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को पेरिस जलवायु समौझौते से बाहर कर लिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र को एक औपचारिक पत्र पर हस्ताक्षर करके वैश्विक निकाय को सूचित किया है. इसमें उन्होंने कहा कि देश 2015 के ऐतिहासिक समझौते से बाहर निकलने का इरादा रखता है, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा देने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है.
व्हाइट हाउस की यह घोषणा, सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के समय आई जो 2017 में ट्रंप द्वारा की गई कार्रवाई की याद दिलाती है. उस समय ट्रंप ने घोषणा की थी कि अमेरिका वैश्विक पेरिस समझौते को छोड़ देगा.
President Donald J. Trump has signed an Exective Order withdrawing the United States from the Paris Climate Agreement. pic.twitter.com/pn8oEFRJR9
— OSINTdefender (@sentdefender) January 21, 2025Also Read
पेरिस जलवायु संधि क्या है?
इस समझौते का उद्देश्य दीर्घकालिक वैश्विक तापमान वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तर से 2.7 डिग्री फारेनहाइट (1.5 डिग्री सेल्सियस) तक सीमित रखना है, अथवा ऐसा न होने पर, तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तर से कम से कम 3.6 डिग्री फारेनहाइट (2 डिग्री सेल्सियस) से नीचे रखना है.
2015 का पेरिस समझौता स्वैच्छिक है और यह राष्ट्रों को कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस के जलने से उत्पन्न ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के लिए लक्ष्य निर्धारित करने की अनुमति देता है.
पेरिस संधि का लक्ष्य
ये लक्ष्य समय के साथ और भी सख्त होते जाएंगे, क्योंकि देशों को नई व्यक्तिगत योजनाओं के लिए फ़रवरी 2025 की समय-सीमा का सामना करना पड़ रहा है. पिछले महीने निवर्तमान बिडेन प्रशासन ने 2035 तक अमेरिका में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 60 प्रतिशत से अधिक की कटौती करने की योजना पेश की थी.