Donald Trump and Xi Jinping: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की. यह संवाद वर्ष 2021 के बाद पहली बार हुआ है, जब दोनों नेता सीधे तौर पर संपर्क में आए. ट्रंप के शपथ ग्रहण से कुछ ही दिन पहले हुई इस बातचीत में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें टिकटॉक, व्यापार, फेंटेनाइल और ताइवान प्रमुख थे.
डोनाल्ड ट्रंप ने इस फोन कॉल को "बहुत अच्छी" बताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, 'यह बातचीत अमेरिका और चीन दोनों के लिए बेहद सकारात्मक रही. मुझे उम्मीद है कि हम साथ मिलकर कई समस्याओं का समाधान करेंगे और इसकी शुरुआत तुरंत करेंगे. राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मैं दुनिया को और अधिक शांतिपूर्ण व सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे."
ट्रंप के शपथ ग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण
ट्रंप ने शी जिनपिंग सहित अन्य वैश्विक नेताओं को अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा था. हालांकि शी जिनपिंग ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया. इसके बावजूद, चीन के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि उपराष्ट्रपति हान झेंग शी जिनपिंग के विशेष प्रतिनिधि के रूप में कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
चीन-अमेरिका संबंध व्यापार से लेकर टिकटॉक तक
चीनी सरकारी मीडिया के अनुसार, शी जिनपिंग ने ट्रंप को उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी और दोनों देशों के रिश्तों में 'सकारात्मक शुरुआत' की कामना की. शी जिनपिंग ने यह भी कहा कि अमेरिका को ताइवान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सावधानी से कदम उठाना चाहिए.
ट्रंप का व्यापार एजेंडा
व्हाइट हाउस में अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने चीन से आयातित लगभग 350 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाया था, जिससे बीजिंग ने भी जवाबी टैरिफ का सहारा लिया. एक व्यापार समझौते के तहत चीन ने अतिरिक्त अमेरिकी सामान खरीदने की प्रतिबद्धता जताई थी. हालांकि, गुरुवार को हुई सीनेट की सुनवाई में यह सामने आया कि चीन ने अपनी प्रतिबद्धताओं का केवल 60% ही पूरा किया.
टिकटॉक पर प्रतिबंध: बातचीत का एक अहम पहलू
शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप के बीच टिकटॉक को लेकर भी चर्चा हुई. ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को टाल सकते हैं, यदि वीडियो-शेयरिंग ऐप अपनी मूल कंपनी बाइटडांस से अलग हो जाता है. इस बीच, चीन के विदेश मंत्रालय ने इस प्रतिबंध को "अन्यायपूर्ण" करार दिया है.
नई पहल की उम्मीद?
ट्रंप ने कहा है कि उनका प्रशासन अमेरिकी वस्तुओं पर नए टैरिफ लगाने का विचार कर रहा है. दूसरी ओर, शी ने सहयोग के नए अवसर तलाशने पर जोर दिया है. इस वार्ता से यह स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते नई दिशा ले सकते हैं, लेकिन यह भी उतना ही सच है कि इन संबंधों में कई जटिलताएं मौजूद हैं.