नई दिल्ली: पाकिस्तान के चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट के 10 साल पूरे हो गए हैं. इस अवसर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीन अपने रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान के साथ काम करना जारी रखेगा.
इसके अलावा चीन और पाकिस्तान ने सोमवार 31 जुलाई को इस परियोजना के दूसरे चरण को नए मॉडल के तहत रफ्तार देने के लिए 6 समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए.
भारत लगातार करता रहा है इस परियोजना का विरोध
बता दें कि CPEC समझौते के तहत चीन 2013 से पूरे पाकिस्तान में विकास की कई परियोजनाओं को अंजाम दे रहा है. वहीं, भारत लगातार इस परियोजना का विरोध करता रहा है क्योंकि यह परियोजना पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित ग्वादर बंदरगाह को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के जरिए चीन के शिंजियांग प्रांत से जोड़ती है.
इस मौके पर चीन के उपप्रधानमंत्री हे लिफेंग ने कहा कि चीन लगातार पाकिस्तान के विकास और उसकी समृद्धि के लिए काम करता रहेगा.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन की दोस्ती अद्वितीय है और दोनों देशों के नागरिकों के बीच गहरे भाईचारे के कारण यह दोस्ती समय के साथ और मजबूत होती जा रही है.
उन्होंने कहा कि चीन अपने भाई और रणनीतिक साझेदार पाकिस्तान की आर्थिक रूप से लगातार मदद करता रहेगा. उन्होंने कहा कि बीजिंग पाकिस्तान के एग्रो और खाद्द निर्यात को चीन तक बढ़ाने का भी इच्छुक है.
क्या बोले पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ
वहीं, इस मौके पर चीन के साथ हुए समौझतों पर खुशी जताते हुए पीएम शाहबाज शरीफ ने चीन के उपप्रधानमंत्री को पाकिस्तान आने के लिए धन्यवाद दिया.्
उन्होंने कहा कि CPEC समझौता 10 साल पहले पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुआ था और बिना देरी के ही इस परियोजना पर काम शुरू हो गया था.
अब हम इस परियोजना के दूसरे चरण में कदम रखने जा रहे हैं. आज हमने कुछ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं जो इस परियोजना के दूसरे चरण में सहयोग को और बढ़ाएंगे.
शाहबाज शरीफ ने अपने विशेष राजदूत को पाकिस्तान भेजने और यह दिखाने के लिए दोनों देशों के बीच की दोस्ती गहरी और अद्वितीय है, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का धन्यवाद भी दिया.
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