Lawrence Bishnoi gang: कनाडा सरकार ने सोमवार को लॉरेंस बिश्नोई के गैंग को आतंकी संगठन की सूची में शामिल कर दिया. इस गैंग को भारत की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई करता है. कनाडा के जन सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने सोमवार शाम कहा कि माफिया सरगना लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह को, जो भारत और विदेशों में हत्या, जबरन वसूली, तथा हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े हैं, कनाडा ने अपने आपराधिक संहिता के तहत 'आतंकवादी संगठन' घोषित किया है.
इसका अर्थ यह है कि उस देश में बिश्नोई गिरोह की कोई भी संपत्ति, नकदी से लेकर वाहन और संपत्ति तक, फ्रीज या जब्त की जा सकती है, जिससे कनाडाई कानून प्रवर्तन को आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण से संबंधित अपराधों सहित विभिन्न अपराधों के लिए गिरोह के सदस्यों पर मुकदमा चलाने के लिए अधिक शक्ति मिलेगी.
सिख चरमपंथियों को निशाना बनाने का आरोप
रविवार, 29 सितंबर को यह सूची कई महीनों से चल रही उन रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें कहा गया था कि बिश्नोई गिरोह ने पिछले कुछ वर्षों में कनाडा के अंदर सिख कनाडाई नागरिकों सहित खालिस्तान समर्थक तत्वों को निशाना बनाया है. भारत सरकार ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि उसने भारत विरोधी सिख चरमपंथियों को निशाना बनाने के लिए इस गिरोह का अप्रत्यक्ष रूप से इस्तेमाल किया है. दरअसल, दिल्ली ने ओटावा से कनाडा में स्थित आतंकवादी तत्वों, जिनमें उनके वित्तपोषक भी शामिल हैं, के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
कनाडा सरकार का तर्क
कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने कहा, कनाडा में प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर और समुदाय में सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है और सरकार के रूप में उनकी सुरक्षा करना हमारी मूलभूत ज़िम्मेदारी है. बिश्नोई गिरोह द्वारा विशिष्ट समुदायों को आतंक, हिंसा और धमकी का निशाना बनाया गया है. आपराधिक आतंकवादियों के इस समूह को सूचीबद्ध करने से हमें उनके अपराधों का सामना करने और उन्हें रोकने के लिए और अधिक शक्तिशाली और प्रभावी उपकरण मिलते हैं.