Aga Khan Passes: अरबपति और आध्यात्मिक लीडर आगा खान का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है, यह जानकारी उनके चैरिटी संगठन अगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क ने दी है. उनके उत्तराधिकारी के बारे में बाद में ऐलान किया जाएगा. आगा खान वही शख्स थे जो 20 साल की उम्र में इस्माइली मुसलमानों के आध्यात्मिक नेता बने थे. उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अस्पतालों और स्कूलों के लिए अपनी पूरी संपत्ति दान कर दी थी.
आगा खान को इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद के वंशज के रूप में माना जाता है. जब वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे, तब उन्होंने अपने दादा को हटाकर इस्माइली मुसलमानों के नेता का पद संभाला था. उनका मानना था कि उनके अनुयायियों का नेता वह होना चाहिए, जो नए जमाने में पला-बढ़ा हो.
आगा खान सिर्फ धार्मिक नेता नहीं, बल्कि एक बड़े कारोबारी और समाज सेवा करने वाले व्यक्ति भी थे. उन्होंने दुनियावी और आध्यात्मिक जीवन में बैलेंस बनाए रखा. 1957 में महारानी एलिजाबेथ ने उन्हें महामहिम की उपाधि दी थी, जो उनके प्रभाव और प्रतिष्ठा का प्रतीक था. आगा खान के दादा, आगा खान III ने उन्हें 1300 साल पुराने राजवंश का उत्तराधिकारी बनाया था. इसके दो हफ्ते बाद ही महारानी ने उन्हें महामहिम कहकर सम्मानित किया.
आगा खान ने मुस्लिम समाज और पश्चिमी सभ्यता के बीच एक पुल बनाने का काम किया. 1957 में तंजानिया के दार एस सलाम में वह आगा खान IV बने, यही वह जगह थी, जहां उनके दादा को उनके वजन के बराबर हीरे मिले थे. उन्होंने अपने दादा की देखभाल करने के लिए स्कूल छोड़ दिया था, लेकिन 18 महीने बाद वह अपनी जिम्मेदारियों के साथ स्कूल वापस लौटे.
आगा खान का संगठन, आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क, गरीबों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और घरों की सुविधाएं उपलब्ध कराता है. बांग्लादेश, ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान में उनके नाम पर कई अस्पताल और संस्थाएं हैं. आगा खान की जायदाद का अनुमान लगाना कठिन है, लेकिन यह माना जाता है कि उनकी संपत्ति अरबों में हो सकती है. उनका जीवन समाज के लिए एक प्रेरणा था और उनकी कमी महसूस की जाएगी.