UNSC Big Meeting: UNSC में आज भारत-पाक तनाव पर बड़ी बैठक, पहलगाम हमले का असर स्पष्ट
India Pakistan Tension 2025: यह घटना पाकिस्तान की उस घोषणा के बाद हुई है जिसमें उसने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को 'भारत की आक्रामक गतिविधियों, उकसावे और भड़काऊ बयानों' के बारे में जानकारी देगा.
India Pakistan Tension 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) आज आपात बैठक कर रही है. इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. हमले के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक और रणनीतिक स्तर पर टकराव तेज हो गया है.
पाकिस्तान ने UNSC से की भारत की शिकायत
बता दें कि पाकिस्तान ने हमले के बाद भारत की 'आक्रामक कार्रवाइयों, उकसावे और भड़काऊ बयानों' को लेकर सुरक्षा परिषद का रुख किया है. इस्लामाबाद ने खासतौर पर भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के कदम को 'अवैध' करार देते हुए इसे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि यह मुद्दा वह संयुक्त राष्ट्र में प्रमुखता से उठाएगा.
UNSC अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
वहीं संयुक्त राष्ट्र में ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि और मई महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष राजदूत इवेंजेलोस सेकेरिस ने भी स्थिति पर चिंता जताई है. पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ''हम भारत, नेपाल की सरकारों और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. यह सिद्धांत का मामला है. हम आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हैं, चाहे वह कहीं भी हो.'' सेकेरिस ने यह भी कहा, ''हम क्षेत्र में बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित हैं. दो बहुत बड़े देश. बेशक, भारत पाकिस्तान से कहीं बड़ा है.''
भारत की सख्त प्रतिक्रिया
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं. इनमें पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित करना, सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी सीमा को तत्काल बंद करना और पाकिस्तान की उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करना शामिल है. इसके अलावा भारत ने इस्लामाबाद से व्यापारिक संबंध भी खत्म कर दिए हैं.
पाकिस्तान की चेतावनी
इसके अलावा, भारत के जवाबी कदमों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है और तीसरे देशों के ज़रिए व्यापार भी रोक दिया है. पाकिस्तान ने यह भी चेतावनी दी है कि, 'पानी के प्रवाह को रोकने की भारत की किसी भी कोशिश को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा.'